सावन मास में शिवजी के साथ शिव परिवार की पूजा का भी बहुत महत्व माना गया है। मान्यता है कि मंगलवार को देवी पार्वती की पूजा करने वाले मनुष्य के जीवन से हर तरह की समस्या दूर हो जाती है। सावन मास में मंगलवार के दिन मंगला गौरी की पूजा से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव को पाने के लिए देवी पार्वती ने सोलह सोमवार का व्रत किया था और कठोर तप और लगन से शिवजी को पाया था। यही कारण है कि शिव जी के साथ शिव परिवार के लिए भी ये सावन मास बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। सावन के तीसरे मंगलवार पर इस विधि से करें मंगला गौरी की पूजा।
जानें, मंगला गौरी व्रत का पुण्यलाभ
देवी मंगला गौरी की पूजा और व्रत केवल सुहागिनें ही नहीं कुंवारी लड़कियों को भी जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने वाले कुंवारे लड़के-लड़कियां को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। सावन में इस दिन व्रत-उपवास करने से सुख-सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। ये व्रत पति व संतान की लंबी उम्र एवं सुखी जीवन की कामना के लिए किया जाता है। साथ ही विवाह में आ रही रूकावटे दूर होने के साथ नौकरी और व्यवसाय से जुड़ी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।
ऐसे करें मां मंगल गौरी व्रत और पूजन
देवी के इस मंत्र का जाप जरूर करें
श्वेते वृषे समारुढ़ा, श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरीं शुभं दद्यान्महादेवप्रमोदया।।
मंगला गौरी की पूजा से मनुष्य की मनोकामना भी पूर्ण होती है और जीवन पर आए संकट भी दूर होते हैं।
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