नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी के बीच टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी भारती एयरटेल ने वित्त वर्ष 2019-20 की मार्च तिमाही की कमाई का आंकड़ा पेश किया है। जिसमें उनसे घाटा दिखाया है। एयरटेल ने वित्त वर्ष 2019-20 की मार्च तिमाही में 5,237 करोड़ रुपए का घाटा दिखाया है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसे यह घाटा पुराने स्टेटुटोरी बकाए को लेकर खर्च के ऊंचे प्रोविजन करने के कारण हुआ है। वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में एयरटेल 107.2 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
कंसोलिडेडेट रेवेन्यू में सुधार
कंपनी का कंसोलिडेडेट रेवेन्यू अंडर रिव्यू तिमाही के दौरान करीब 15 प्रतिशत सुधर कर 23,722.7 करोड़ रुपए रहा। यह 2018-19 की समान तिमाही में 20,602.2 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही के दौरान 7,004 करोड़ रुपए का अलग से प्रोविजन किया। इसमें अधिकांश हिस्सा लेजिस्लेटिव बकाए को लेकर है।
कुल रेवेन्यू 87,539 करोड़ रुपए रहा
मार्च 2020 में समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी को इसी तरह के बड़ी राशि के लेजिस्लेटिव के चलते 32,183.2 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। वर्ष के दौरान कंपनी का कुल रेवेन्यू 87,539 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी को 409.5 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था और उस वर्ष रेवेन्यू 80,780.2 करोड़ रुपए था।