नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने शनिवार को कहा कि उसके शोधकर्ताओं ने एक पोर्टेबल डायग्नोस्टिक उपकरण विकसित किया है, जो मात्र 400 रुपए की अनुमानित लागत पर 60 मिनट में कोरोना वायरस जांच कर रिपोर्ट प्रदान करता है। आईआईटी खड़गपुर ने कहा, इस पूरे नॉन-इनवेसिव लवाइवा-बेस्ड टेस्ट को बहुत ही कम लागत में लैब्स के उपकरणों में एक विकल्प के रूप में उपयोग कर सकते हैं, यह एक पोर्टेबल डिवाइस है।
आईआईटी खड़गपुर ने कहा कि इस नई तकनीक के परिणामों को सिंथेटिक वायरल आरएनए का उपयोग करके आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज चेन रिएक्शन) मशीन से प्राप्त किए गए सभी मानक प्रयोगशाला नियंत्रणों का सख्ती से सत्यापन किया गया है।
आईआईटी खड़गपुर के स्कूल ऑफ बायो साइंस के सहायक प्रोफेसर अरिंदम मोंडल ने एक बयान में कहा, आईआईटी खड़गपुर शोधकतार्ओं द्वारा विकसित पोर्टेबल डिवाइस न केवल कोरोना की जांच करने में सक्षम है, बल्कि यह डिवाइस सामान्य प्रक्रिया का पालन करके आरएनए वायरस के किसी भी अन्य प्रकार के लक्षण का पता लगा सकता है।
यदि पायलट सुविधा चाहिए तो, आईआईटी खड़गपुर के शोधकतार्ओं द्वारा विकसित किए गए उपकरण की कीमत लगभग 2,000 रुपए होगी। एक ही पोर्टेबल यूनिट का उपयोग बड़ी संख्या में सैंपलों की जांच में किया जा सकता है। हर जांच के बाद केवल पेपर और कार्ट्रेज बदलने की अवश्यकता होगी। आईआईटी खड़गपुर ने कहा कि यह उपकरण बाजार में बिकने के लिए तैयार है। कोई भी कॉपोर्रेट या स्टार्ट-अप इसे लेने के लिए संस्थान से संपर्क कर सकता है।