नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान का प्रभुत्व बढ़ता जा रहा है। इस बीच अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर बड़ा आरोप लगाया है। अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा कि पाकिस्तान तालिबान को पूर्ण समर्थन दे रहा है और साथ में पाक वायुसेना तालिबान को हवाई सपोर्ट भी दे रही है। अफगानिस्तान ने कहा है कि बोल्डक क्षेत्र में तालिबान लड़ाकों के खिलाफ वह एक्शन लेगा।
अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति का ट्वीट
अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने ट्वीट कर कहा, 'पाकिस्तान की वायु सेना ने अफगान सेना और वायु सेना को आधिकारिक चेतावनी जारी की है कि स्पिन बोल्डक क्षेत्र से तालिबान को हटाने के किसी भी कदम का पाकिस्तान वायु सेना द्वारा सामना किया जाएगा। पाकिस्तान की वायु सेना अब तालिबान को कुछ इलाकों में नजदीकी हवाई सहायता मुहैया करा रही है।'इस बीच, एएफपी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान, अफगानिस्तान के नेता पश्चिमी प्रांत में संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं।
पहले कहा था- हुआ संघर्ष विराम
बादगीस के गवर्नर हेसामुद्दीन शम्स ने एएफपी को बताया, 'अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान के बीच संघर्षविराम आज सुबह करीब 10:00 बजे शुरू हुआ। संघर्षविराम की मध्यस्थता कबायली बुजुर्गों ने की थी।' अफगानिस्तान से अमेरिकी नेतृत्व वाले विदेशी सैनिकों की निरंतर वापसी के बीच, तालिबान ने अत्यधिक हिंसा की है और ईरान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के साथ कई जिलों और प्रमुख सीमा पार पर अपना कब्जा कर लिया है।
आईएसआई पर आरोप
इससे पहले पाकिस्तान ने आज घोषणा करते हुए कहा कि वह पड़ोसी देश में स्थिरता लाने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए अफगानिस्तान पर एक शांति सम्मेलन की मेजबानी करेगा। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने कहा, 'मैं पुष्टि कर सकता हूं कि पाकिस्तान 17-19 जुलाई को अफगान शांति सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।' 14 जुलाई को खबर सामने आई थी कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ लगी सीमा को बंद कर दिया है, क्योंकि तालिबान ने अफगानिस्तान में सीमा पार बिंदु स्पिन बोल्डक पर कब्जा कर लिया। अफगानिस्तान के नेताओं ने पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई पर तालिबान नेताओं का समर्थन करने का आरोप लगाया है।