इस्लामाबाद : आर्थिक मोर्चे पर पहले से ही मुसीबतों को सामना कर रहे पाकिस्तान को उसके 'सदाबहार दोस्त' चीन ने झटका दिया है। दरअसल, दासू डैम प्रोजेक्ट पर हुए हादसे में मारे गए अपने इंजीनियरों के लिए उसने भारी भरकम मुआवजे की मांग की है। मुआवजे की यह राशि 38 मिलियन अमेरिकी डॉलर की है। गत 14 जुलाई को हुए इस हादसे में नौ चीनी नागरिकों सहित 13 लोगों की मौत हुई। यहा विस्फोट में दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए। पाकिस्तान ने कहा था कि वह इस इस घटना की जांच करेगा जिस पर चीन ने संदेह जताया है। बाद में बीजिंग ने यहां अपना एक जांच दल भेजा। अब मुआवजे की मांग कर चीन ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 'बिजनेस रिकॉर्डर' में मुस्ताक गुमान ने लिखा है कि दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट पर दोबार काम शुरू करने से पहले चीन चाहता है कि पाकिस्तान मारे गए उसके इंजीनियरों के परिजनों को मुआवजा दे। बता दें कि डैम प्रोजेक्ट पर जा रही बस रास्ते में विस्फोटकों से लदी एक कार से टकरा गई। विस्फोट होने के बाद बस खाई में गिर गई।
'बिजनेस रिकॉर्डर' की रिपोर्ट के मुताबिक जल संसाधन के सचिव डॉ. शाहजेब खान बंगेश का कहना है कि जुलाई में चीन के इंजीनियर पर हुए हमले के बाद डैम पर काम रुका पड़ा है। सूत्रों का कहना है कि मारे गए चीनी नागरिकों के परिजनों को मुआवजा देने के बारे में विदेश मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, गृह विभाग और चीन के दूतावास के बीच उच्च स्तर पर चर्चा की जा रही है। डैम पर काम दोबारा शुरू करने के लिए रास्ता निकाला जा रहा है।
दासू डैम प्रोजेक्ट पर चीन की कंपनी गेझूबा ग्रुप कॉरपोरेशन काम कर रही है। बस हादसे के बाद उसने इस डैम पर अपना काम रोक दिया है। पाकिस्तान सरकार के अनुरोध पर कंपनी ने काम शुरू करने की बात कही थी लेकिन डैम पर अभी काम शुरू नहीं हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी का कहना है कि जब तक चीनी नागरिकों की समुचित सुरक्षा और मुआवजे का प्रबंधन नहीं हो जाता तब तक वह डैम पर काम शुरू नहीं करेगी।