नई दिल्ली। इस समय दुनिया के 172 मुल्क कोरोना का सामना कर रहे हैं। हर एक दिन की सुबह कोरोना से होने वाली मौत और उनके आंकड़ों से होती है। दुनिया के विकसित देश हों या विकासशील देश हर किसी के सामने सिर्फ एक ही मुद्दा है कि इस वायरस से कैसे निपटा जाए तो इसके साथ ही सवाल है कि आखिर कौन जिम्मेदार है। अमेरिका तो चीन के खिलाफ खुलेआम आरोप लगाते हुए कहता है कि चीन के वुहान शहर से बर्बादी की जिस कहानी का आगाज हुआ क्या उसके लिए वेट मार्केट ही जिम्मेदार थी। इसे लेकर अलग अलग तरह की खबरें आती रही हैं लेकिन एक बार फिर वुहान का वेट मार्केट सवालों के घेरे में है।
बीजिंग में एक बार फिर कोरोना वायरस
बीजिंग में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के 87 नए मामले सामने आए हैं और इसे स्थानीय वेट मार्केट से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल बीजिंग में अप्रैल से लेकर जून के महीने में कुछ दिन पहले तक कोरोना का एक भी केस सामने नहीं आया था। लेकिन हाल ही में इजाफा हुआ है। सबसे बड़ी बात यह है कि बीजिंग में जितने भी मामले सामने आए हैं उसके लिए फूड मार्केट को जिम्मेदार बताया जा रहा है। इससे स्थानीय प्रशासन भी सकते में है। इस खतरे को देखते हुए बीजिंग प्रशासन ने शहर के बड़े हिस्से को बंद कर दिया और अब बड़े पैमाने पर टेस्टिंग कराई जा रही है।
जिनफादी बाजार वायरस का बना स्रोत
बीजिंग में काम कर रही सभी कंपनियों से कहा गया है कि वो अपने सभी कर्मचारियों को 14 दिन क्वारंटीन में रखें। इसके साथ यह भी खबर है कि जिनफादी मार्केट के बाहर सेना की तैनाती की गई है ताकि वो बाजार पूरी तरह बंद रहे। दो महीने के बाद बीजिंग में 12 जून को नया मामला दर्ज किया गया। उसके बाद से यह आंकड़ा बढ़कर 87 हो चुका है, 36 नए मामले सोमवार को दर्ज किए गए। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कांटैक्ट ट्रेसिंग से पता चला है कि संक्रमित लोग किसी न किसी रूप में जिनफादा मार्केट से जुड़े हुए थे। बता दें कि जिनफादी एशिया के बड़े बाजारों में से एक है।