इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कोरोना वायरस के प्रकोप के बढ़ने के साथ देश के तीन प्रांतों सिंध, बलूचिस्तान और पंजाब ने बीमारी से निपटने में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना तैनात करने की मांग की है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदर ने संघीय सरकार से प्रांत में सेना तैनात करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति है, ऐसे में सभी को मिलकर इस चुनौती का सामना करना होगा।
उन्होंने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए पंजाब में पांच विशेष अस्पताल बनाए जा रहे हैं। प्रांत में खाने-पीने के किसी भी सामान की किल्लत नहीं है। सरकार के आदेशों को लागू करने में नागरिक प्रशासन को सेना की मदद की जरूरत पड़ सकती है।
सिंध सरकार ने भी संघीय सरकार से फौज की मदद उपलब्ध कराने को कहा है। सिंध की सरकार ने कहा है कि वह प्रांत में लॉकडाउन करने जा रही है। ऐसे में हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए सेना की मदद चाहिए। लॉकडाउन की स्थिति में बिना जरूरत घर से निकलने वालों को हिरासत में लिया जा सकता है।
इमरान का पाकिस्तान लॉकडाउन से इनकार: इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को यह कहते हुए देश में पूर्ण बंदी से इनकार किया कि इससे अराजक स्थिति पैदा हो जाएगी और लोगों से कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए खुद को पृथक कर लेने की अपील की। देश में कोरोना वायरस के चलते अब तक चार लोगों की मौत हो गयी है जबकि 646 लोग उससे संक्रमित हुए।
देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए खान ने दोहराया कि बंदी से अराजक स्थिति उत्पन्न हो जाएगी क्योंकि 25 फीसद से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं और उनकी जिंदगियां बर्बाद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की स्थिति में अभी बंदी की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘पहले आपको मैं बताऊं कि पूर्ण बंदी है क्या। इसका मतलब कर्फ्यू लगाना है और लोगों को घरों के अंदर बंद कर देना है।’ खान ने कहा, ’हम पूर्ण बंद नहीं झेल सकते क्योंकि इससे व्यापक अराजक स्थिति पैदा हो जाएगी।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में स्थिति इटली या फ्रांस जितनी बुरी नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘यदि स्थिति इटली जैसी होती तो मैं बंदी लगा देता।’ प्रधानमंत्री ने लोगों से खुद को पृथक कर लेने और घरों के अंदर ही रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर लगातार नजर रख रही है और उसके हिसाब से सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार ने इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए शनिवार को सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दी थी और ट्रेन सेवाएं सीमित कर दी थीं।