न्यूयॉर्क: कोरोना संक्रमण के मामले विश्वभर में बढ़ते जा रहे हैं और सुपरपावर अमेरिका भी इससे नहीं बच पाया है। ट्रंप सरकार ने इस वायरस से निजात दिलाने की तमाम कोशिशें की हैं लेकिन उसे अभी तक कामयाबी हाथ नहीं लगी है। अमेरिका में कोरोना ने इस कदम कहर बरपाया है कि यहां इस बीमारी से देश में करीब 1,25,000 लोग संक्रमित हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 बीमारी के कारण अमेरिका में 450 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
एक से दो लाख मौतें
‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिसीज’ के निदेशक एंथनी फॉकी अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन में संक्रामक रोग मामलों के शीर्ष विशेषज्ञ हैं। टीवी चैनल ‘सीएनएन’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका में कोविड-19 संक्रमण के निश्चित ही ‘दसियों लाख मामले’ सामने आएंगे अैर एक लाख से अधिक लोगों की मौत होगी। उन्होंने कहा, ‘हम जो आज देख रहे हैं, उसके मद्देनजर कोरोना वायरस से एक लाख से दो लाख लोगों की मौत हो सकती हैं। हम संक्रमण के दसियों लाख मामले देखेंगे।’
अमेरिका है तैयार!
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कोरोनोवायरस टास्क फोर्स के एक प्रमुख सदस्य फौकी ने कोविड-19 बीमारी के लिए परीक्षण की लगातार कमी के बारे में पूछे जाने पर आशावादी लहजे में कहा, 'यदि आप कुछ हफ़्ते पहले तुलना करते हैं तो आप पाएंग कि हमने काफी सुधार किया है और अभी हमारे पास बड़ी संख्या में परीक्षण करने की सुविधा उपलब्ध है। यह कुछ हफ्तों का मामला है। इससे उबरने में काफी समय लगेगा।'
32 हजार लोगों की जान ले चुका है कोरोना
जॉन्स हॉप्किन्स कोरोना वायरस संसाधन केंद्र’ के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस से 1,24,763 लोग संक्रमित हैं और 2,612 लोगों की मौत हो चुकी है। वैश्विक स्तर पर इस वायरस से 6,84,652 लोग संक्रमित हैं और इस बीमारी से 32,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में इस प्रकोप से सर्वाधिक प्रभावित न्यूयॉर्क है जहां 50,000 से ज्यादा मामले या देश में संक्रमण के तकरीबन आधे मामले हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि वह पूरे राज्य में आवाजाही प्रतिबंधित करने के बारे में विचार कर रहे हैं। हालांकि देर रात उन्होंने अपना विचार बदल लिया और कहा कि लॉकडाउन की जरूरत नहीं है।