कोरोना से हलकान ट्रप का WHO पर उतरा गुस्सा, बोले-यह संस्था हमारे सभी कदमों को गलत बताती है, अब फंडिंग रोकेंगे 

दुनिया
आलोक राव
Updated Apr 08, 2020 | 12:57 IST

Donald Trump: ट्रंप ने आरोप लगाते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ को मिलने वाली राशि का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है। इस संस्था ने यात्रा पर प्रतिबंध लगाने के उनके फैसले की आलोचना करने के साथ-साथ असहमति जाहिर की।

Donald Trump announces to put a hold on WHO funding
WHO पर उतरा ट्रंप का गुस्सा। 
मुख्य बातें
  • कोविड-19 के प्रकोप से अमेरिका में करीब 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है
  • ट्रंप ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने इस महामारी के बारे में उन्हें पूरी जानकारी नहीं दी
  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकेगा

वाशिंगटन : अमेरिका में कोविड-19 के प्रसार पर रोक लगाने में असमर्थ होने की खीझ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर निकालने लगे हैं। डब्ल्यूएचओ पर चीन का पक्ष लेने का आरोप पहले लगा चुके ट्रंप ने अब इस संस्था की फंडिंग पर रोक लगाने की घोषणा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को कहा कि वह डब्ल्यूएचओ की फंडिंग पर रोक लगाएंगे। ट्रंप ने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस की महामारी के साथ लड़ाई में यह संस्था चीन का पक्ष ले रही है। 

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक ह्वाइट हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'डब्ल्यूएचओ पर खर्च की जाने वाली राशि पर हम रोक लगाने जा रहे हैं। हम इस पर एक बड़ी रोक लगाएंगे और यह होने जा रहा है। डब्ल्यूएचओ हमारे सभी कदमों को गलत बताता है यह अच्छी बात नहीं है।' बता दें डब्ल्यूएचओ का मुख्यालय जिनेवा में स्थित है और इस संस्था को अमेरिका से आर्थिक सहायता के रूप में भारी भरकम राशि मिलती है। 

'WHO ने शुरुआती जानकारी साझा नहीं की'
ट्रंप ने आरोप लगाते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ को मिलने वाली राशि का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है। इस संस्था ने यात्रा पर प्रतिबंध लगाने के उनके फैसले की आलोचना करने के साथ-साथ असहमति जाहिर की। उन्होंने कहा, 'डब्ल्यूएचओ गलत है और यह कई मामलों में गलत साबित हुआ है। उनके पास शुरुआत में काफी सारी जानकारियां थीं लेकिन उन्होंने इसे हमारे साथ साझा नहीं किया। इस संस्था का बहुत ज्यादा झुकाव चीन की तरफ है।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि डब्ल्यूएचओ को दिए जाने वाले फंड के बारे में उनका प्रशासन फैसला करने जा रहा है।

10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
कोविड-19 की शुरुआत गत दिसंबर में चीन में हुई लेकिन अब चीन ने इस महामारी पर नियंत्रण पा लिया है। अब इस वायरस के सर्वाधिक मामले अमेरिका में आए हैं। दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश इस महामारी की चपेट में है और इससे निपटने में खुद को वह असहाय पा रहा है। अमेरिका में अब तक तीन लाख तैंतीस हजार से ज्यादा कोविड-19 के मामले सामने आ चुके हैं। इस महामारी से करीब 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। वैसे अमेरिका के सभी 41 राज्य इस कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा तबाही न्यूयॉर्क में हुई है। यहां के मुर्दाघरों में शवों को रखने की जगह नहीं है। 

ज्यादादर मरने वाले अश्वेत
ताजा रिपोर्टों से यह बात भी सामने आई है कि अमेरिका में मरने वाले लोगों में ज्यादातर लोग अश्वेत हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस बड़ी संख्या में अश्वेत लोगों को संक्रमित और उन्हें मार रहा है। इसकी दर काफी अधिक है। अकेले मंगलवार को अमेरिका में कोविड-19 से करीब 1800 लोगों की मौत हुई। अमेरिकी प्रशासन इस महामारी को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है लेकिन यह महामारी रुकने की बजाय बढ़ती जा रही है। महामारी के प्रसार को रोकने में ट्रंप ने भारत से दवाओं की आपूर्ति करने की मांग की है।  

 

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