नई दिल्ली : लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के समीप भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पांच सैनिकों के मारे जाने और 11 के घायल होने का दावा किया गया है। चीन की सेना को पहुंचे इस नुकसान का दावा चीन के मुखपत्र 'ग्लोबल टाइम्स' की चीफ रिपोर्टर एवं ओपिनियन राइटर वांग वेनवेन ने अपने एक ट्वीट में किया है। वांग ने इस हिंसक पर कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने चीनी सैनिकों के मारे जाने के बारे में मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया है। हालांकि, सैनिकों के मारे जाने पर चीन की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
ग्लोबल टाइम्स की पत्रकार का दावा
वांग ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि हिंसक झड़प के बाद भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत और तीन सेनाओं के प्रमुखों, विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि चीन में भी इस पर काम हो रहा होगा।' रिपोर्टर का कहना है कि 'दोनों देशों के बीच हुई हिंसक झड़प में गोली नहीं चली। यह शारीरिक गुत्थम-गुत्था थी।'
ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की
चीन की सत्तासीन कम्युनिस्ट पार्टी की नीतियों एवं एजेंडे को बढ़ाने वाले अखबर 'ग्लोबल टाइम्स' के एडिटर इन चीफ ने भी हिंसक झड़प में चीनी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, 'गलवान घाटी में शारीरिक संघर्ष में चीनी सेना के भी सैनिक मारे गए हैं। मैं भारतीय पक्ष से कहना चाहता हूं कि आप आक्रामक न हों और चीन के संयम को उसकी कमजोरी न समझें। चीन भारत के साथ संघर्ष में नहीं पड़ना चाहता लेकिन हम इससे डरते भी नहीं हैं।'
भारत के एक अधिकारी और दो जवान शहीद
भारतीय सेना ने अपने एक बयान में मंगलवार को कहा, 'गलवान वैली में तनाव कम करने की प्रक्रिया के दौरान सोमवार रात हुई हिंसक झड़प में भारत और चीन दोनों तरफ के सैनिकों की मौत हुई है। भारत की तरफ से एक अधिकारी और दो सैनिक शहीद हुए हैं।' हिंसा की घटना सामने आने के बाद भारत और चीन के सैन्य अधिकारी गलवान घाटी में तनाव के स्तर को कम करने में जुटे हैं। 'ग्लोबल टाइम्स' ने अपने विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा है कि चीन और भारत आपसी बातचीत से सीमा पर तनाव कम करने एवं शांति एवं सौहार्द कायम करने पर सहमत हुए हैं।
तनाव कम करने के लिए दोनों देश कर रहे हैं बातचीत
सेना के सूत्रों का कहना है कि गलवान घाटी, लद्दाख और अन्य इलाकों में तनाव कम करने के लिए भारत और चीन के मेजर जनरल रैंक के कमांडर बातचीत कर रहे हैं। बता दें कि लद्दाख के पूर्वी क्षेत्र गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग सहित तीन जगहों पर चीनी सेना के घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच गतिरोध बना हुआ है। इस गतिरोध और तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के शीर्ष कमांडरों के बीच छह जून को एक अहम बैठक हुई थी लेकिन इसमें समस्या का हल नहीं निकल सका। इस बैठक के बाद भी दोनों पक्षों के बीच बातचीत का दौर जारी था। इस दौरान चीन ने सीमित संख्या में अपनी सेना पीछे हटाई थी। इस बीच सोमवार रात दोनों देश की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई।