इमरान खान ने नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, क्या वो खुद का जिक्र कर रहे थे?: भारत

दुनिया
लव रघुवंशी
Updated Sep 26, 2020 | 07:34 IST

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को करारा जवाब दिया गया है। भारत ने पाकिस्तान को पीओके से अवैध कब्जा हटाने को कहा है।

Mijito Vinito
भारतीय प्रतिनिधि मिजितो विनितो  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया
  • पाकिस्तान खूंखार और सूचीबद्ध आतंकवादियों को पेंशन प्रदान करता है: भारत
  • इमरान खान ने ओसामा बिन लादेन को शहीद कहा था

नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में कश्मीर मुद्दा उठाने के कुछ घंटों बाद भारत ने उनकी टिप्पणियों का जवाब दिया। भारतीय प्रतिनिधि मिजितो विनितो ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया। इससे पहले इमरान खान के संबोधन में भारत का जिक्र आया तब संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव मिजितो विनितो महासभा हॉल से बाहर चले गए थे।

जोरदार तरीके से जवाब देते हुए भारत ने कहा, 'जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में लाए गए नियम और कानून भारत के कड़े आंतरिक मामले हैं। कश्मीर में बचा एकमात्र विवाद कश्मीर के उस हिस्से से संबंधित है जो अभी भी पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है। हम पाकिस्तान से उन सभी क्षेत्रों को खाली करने का आह्वान करते हैं, जहां उसका अवैध कब्जा है।' 

इससे पहले इमरान खान ने कहा था, 'पाकिस्तान ने हमेशा शांतिपूर्ण समाधान की बात की है। इसके लिए भारत को 5 अगस्त 2019 से पहले लागू होने वाले उपायों को फिर से लागू करना होगा, अपनी सैन्य घेराबंदी और जम्मू और कश्मीर में अन्य मानव अधिकारों के उल्लंघन का अंत करना होगा।' 

इमरान को करारा जवाब

मिजितो विनितो ने कहा, 'पाकिस्तान के नेता ने उन लोगों को गैरकानूनी घोषित करने को कहा जो नफरत और हिंसा भड़काते हैं...लेकिन, जैसे-जैसे वह आगे बढ़ते गए, हम हैरान रह गए। क्या वह खुद का जिक्र कर रहे थे? इस हॉल ने किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में लगातार सुना, जिसके पास खुद के लिए दिखाने के लिए कुछ भी नहीं था, जिसके पास बोलने के लिए कोई उपलब्धि नहीं थी और दुनिया को देने के लिए कोई उचित सुझाव नहीं था। इसके बजाय, हमने इस एसेंबली के माध्यम से झूठ, गलत सूचनाओं, युद्ध के लिए भड़काना और द्वेष को देखा।'

आतंकवाद पर स्वीकृति

उन्होंने कहा कि यह (पाकिस्तान) वही देश है जो राज्य कोष से खूंखार और सूचीबद्ध आतंकवादियों को पेंशन प्रदान करता है। यह वही नेता है जिसने ओसामा बिन लादेन को शहीद कहा था। इसी नेता ने 2019 में अमेरिका में सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि उनके देश में अभी भी लगभग 30,000-40,000 आतंकवादी हैं जिन्हें पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षित किया गया है और उन्होंने अफगानिस्तान और भारतीय केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में लड़ाई लड़ी है। 

विनितो ने आगे कहा, 'यह वही देश है जो अपने अपमानजनक निंदा कानूनों के माध्यम से हिंदुओं, ईसाइयों, सिखों और अन्य सहित अल्पसंख्यकों को व्यवस्थित रूप से परेशान करता है और धार्मिक रूपांतरण के लिए मजबूर करता है।'

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