तेहरान : ईरान की नौसेना के सबसे बड़े युद्धक जहाज में ओमान की खाड़ी में आग लग गई और वह बुधवार को डूब गया। आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चला है। 'द फार्स' और 'तस्नीम' समाचार एजेंसियों ने बताया कि युद्धपोत 'खर्ग' को बचाने के प्रयास विफल हो गए। इस जहाज का नाम खर्ग द्वीप के नाम पर रखा गया है जो ईरान का मुख्य तेल टर्मिनल है।
फार्स ने बताया कि आग देर रात करीब दो बजकर 25 मिनट पर लगी और दमकलकर्मियों ने इसे बुझाने की कोशिश की। यह जहाज ओमान की खाड़ी में तेहरान से करीब 1,270 किलोमीटर दूर दक्षिणपूर्व में जास्क बंदरगाह के समीप डूब गया।
ईरान के सोशल मीडिया पर चल रही तस्वीरों में जीवनरक्षक जैकेट पहने नौसैनिकों को जहाज को निकालते हुए देखा जा सकता है और उनके पीछे आग नजर आ रही है। सरकारी टेलीविजन और अर्धसरकारी समाचार एजेंसियों ने खर्ग को 'प्रशिक्षु जहाज' बताया है। फार्स ने बुधवार को सुबह जहाज से उठते काले धुएं की वीडियो जारी की है।
उपग्रह से ली गई तस्वीरों में खर्ग को मंगलवार को जास्क के पश्चिम में डूबते हुए दिखाया गया। 'यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन' के उपग्रहों ने जास्क में एक स्थान पर आग लगते देखी।
खर्ग ईरानी नौसेना के उन चुनिंदा जहाजों में से एक है जो समुद्र में अन्य जहाजों को ईंधन मुहैया कराता है। यह भारी माल भी वहन कर सकता है और कई हेलीकॉप्टरों के लिए लॉन्च पैड भी है।
इस जहाज का निर्माण ब्रिटेन में हुआ और ईरान की 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद लंबी बातचीत कर 1984 में इसे नौसेना में शामिल किया गया। ईरानी अधिकारियों ने खर्ग में आग लगने की वजह नहीं बतायी है।
ओमान की खाड़ी में जहाजों को निशाना बनाते हुए 2019 में शुरू हुए रहस्यमयी धमाकों के सिलसिले में यह ताजा घटना है। अमेरिकी नौसेना ने जहाजों को निशाना बनाए जाने का आरोप ईरान पर लगाया। ईरान ने जहाजों को निशाना बनाए जाने से इनकार कर दिया। हालांकि अमेरिकी नौसेना की फुटेज में रेवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्यों को एक जहाज से बिना फटी बारुदी सुरंग को हटाते हुए देखा गया। तेहरान के साथ हुए परमाणु समझौते से अलग होने के बाद, अमेरिका और ईरान के बीच बढ़े तनाव के बाद ये घटनाएं हुईं।
खर्ग जहाज का डूबना ईरान के लिए ताजा नौसैन्य हादसा है। 2020 में ईरानी सेना के अभ्यास के दौरान जास्क बंदरगाह के समीप एक मिसाइल गलती से एक नौसैन्य जहाज से टकरा गयी थी जिससे 19 नाविकों की मौत हो गयी थी और 15 घायल हो गए थे। 2018 में ईरानी नौसेना का एक युद्धक जहाज कैस्पियन सागर में डूब गया था।