नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) के काबुल (Kabul) शहर में शनिवार को गुरुद्वारे में हुए आतंकी हमले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है, आई एस (IS Khorasan) ने वीडियो जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। अपने प्रचार मीडिया आउटलेट (propoganda media) के माध्यम से अबू मोहम्मद अल ताजिकी (Al Tajiki) ने कहा है जिसमें एक कार बम, आईईडी का इस्तेमाल किया गया था।
ISKP ने दावा किया है कि यह हमला भाजपा की निलंबित नेता की ईशनिंदा वाली टिप्पणी का बदला लेने के लिए है। ISKP ने आगे कहा कि तालिबान के साथ हमला 3 घंटे तक चला। चार दिन पहले आईएसकेपी ने भारत और अन्य देशों के साथ तालिबान की बढ़ती नजदीकियों की निंदा की थी।
गौर हो कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को एक गुरुद्वारे में कई विस्फोट हुए जिनमें एक सिख सहित दो लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। वहीं, अफगान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक भरे एक वाहन को सिखों के पूजास्थल में प्रवेश करने से रोककर एक बड़ी घटना को टाल दिया। तालिबान द्वारा नियुक्त गृह मामलों के प्रवक्ता अब्दुल नफी ताकोर ने कहा कि अफगानिस्तान में सिख समुदाय के पूजा स्थल पर नवीनतम लक्षित हमले में, शनिवार सुबह काबुल के बाग ए बाला क्षेत्र में कार्ते परवान गुरुद्वारे पर हमला हुआ और आतंकवादियों तथा तालिबान लड़ाकों के बीच कई घंटे तक मुठभेड़ चली।तालिबान बलों ने तीन हमलावरों को मार गिराया।
नयी दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने काबुल में गुरुद्वारे पर 'कायराना हमले' की कड़ी निंदा की और कहा कि सरकार घटना के बाद स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।उन्होंने ट्वीट में कहा, 'गुरुद्वारा कार्ते परवान पर कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है।' वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने ट्वीट में कहा, 'हम काबुल में पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों को लेकर अत्यंत चिंतित हैं। हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हो रहे घटनाक्रम पर आगे के ब्योरे की प्रतीक्षा कर रहे हैं।'