नई दिल्ली: नार्थ कोरिया ने दुनियाभर की चिंता एक बार फिर से बढ़ा दी है खासकर अमेरिका की। नार्थ कोरिया ने इस बात को कन्फर्म किया है कि साल 2017 के बाद अभी तक का सबसे बड़ी मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल का नाम है ह्वासॉन्ग-12 बैलिस्टिक मिसाइल, इसी मिसाइल से एक बार बहुत नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका पर हमला करने की धमकी भी दी थी।
नार्थ कोरिया ने सोमवार को पुष्टि की कि उसने मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है, जो अमेरिका के ग्वाम क्षेत्र तक मार करने में सक्षम है। हाल के वर्षों में यह उत्तर कोरिया का सबसे शक्तिशाली मिसाइल परीक्षण है।
इस परीक्षण के बाद अमेरिका ने क्षेत्र में अपने सहयोगी देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जतायी है। वहीं, उत्तर कोरिया इन परीक्षणों के जरिए परमाणु कूटनीति में गतिरोध के बीच बाइडन प्रशासन पर दबाव बना रहा है।
मिसाइल के परीक्षण की खबर सबसे पहले जापान और साउथ कोरिया की मीडिया ने दी थी जिसके बाद नार्थ कोरिया ने खुद इसकी पुष्टि की, इसके अलावा ये भी रिपोर्ट्स है कि इसी महीने में नार्थ कोरिया ने 7 ऐसे टेस्ट किए हैं।
...तो वह और बड़े परीक्षण कर सकता है
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि नार्थ कोरिया के हाल में हथियारों का परीक्षण तेज करने का मतलब है कि वह प्रतिबंधों में ढील चाहता है या वैध परमाणु संपन्न देश के तौर पर अंतरराष्ट्रीय मान्यता चाहता है। उन्होंने कहा कि अगर रविवार के परीक्षण को लेकर उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए जाते हैं तो वह और बड़े परीक्षण कर सकता है।
मिसाइल अधिकतम 2,000 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंची
आधिकारिक 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' ने बताया कि रविवार को हुए हवासोंग-12 मिसाइल के परीक्षण का उद्देश्य चुनिंदा रूप से बनायी और तैनात की जा रही इस मिसाइल का मूल्यांकन करना और इसकी सटीकता का सत्यापन करना था।उसने बताया कि मिसाइल पर लगे कैमरे ने अंतरिक्ष से पृथ्वी की एक तस्वीर कैद की और रक्षा विज्ञान अकादमी ने इस हथियार प्रणाली की सटीकता, सुरक्षा और प्रभावशीलता की पुष्टि की।
North Korea ने एक महीने में 3 बार किया मिसाइल टेस्ट, क्या हैं Kim Jong-Un के इरादे?
दक्षिण कोरिया और जापान के आकलन के अनुसार, मिसाइल अधिकतम 2,000 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंची और कोरियाई प्रायद्वीप तथा जापान के बीच समुद्र में गिरने से पहले उसने 800 किलोमीटर की दूरी तय की।