Lebanon explosion: पीड़ितों की मदद के लिए उठे हाथ, 20 टन मेडिकल सामग्री पहुंची

दुनिया
एजेंसी
Updated Aug 07, 2020 | 15:50 IST

Lebanon explosion: लेबनान में यूएन की प्रतिनिधि नजत रोश्दी ने यूएन महासचिव के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने मानवीय राहत कोष से 90 लाख डॉलर की सहायता राशि जारी की है।

Lebanon explosion: Plane with 20 tons of UN medical supplies arrives in Beirut
लेबनान विस्फोट: पीड़ितों की मदद के लिए उठे हाथ, 20 टन मेडिकल सामग्री पहुंची। 

बेरूत : लेबनान की राजधानी बेरूत के बन्दरगाह में भीषण विस्फोट से हुई तबाही की व्यापकता जैसे-जैसे स्पष्ट हो रही है, प्रभावितों तक मदद पहुंचाने के प्रयास भी तेज हो रहे हैं. संकट की इस घड़ी में लेबनान में स्वास्थ्य सुविधाओं की क्षमता मजबूत करने के उद्देश्य से 20 टन मेडिकल सामग्री व आपूर्ति से भरा विमान बेरूत पहुंचा है। लेबनान में मानवीय राहत समन्वयक व यूएन प्रतिनिधि ने कहा है कि इस तबाही से उबरने के लिये लेबनान को वैश्विक समर्थन की जरूरत है। 

90 लाख डॉलर की सहायता राशि जारी
लेबनान में यूएन की प्रतिनिधि नजत रोश्दी ने यूएन महासचिव के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने मानवीय राहत कोष से 90 लाख डॉलर की सहायता राशि जारी की है। लेबनान में हाल ही में हुई विनाशकारी घटना के कारण नई चुनौतियों के उभरने के साथ संयुक्त राष्ट्र और साझीदार संगठन देश की जनता तक तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाने के लिये संगठित हो रहे हैं और इस त्रासदी में सरकारी कार्रवाई में मदद कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि लोगों ने ज़रूरतमन्द लोगों की सहायता करने के लिये जिस तरह से एकजुटता व दयाभाव का प्रदर्शन किया है वह मन को छू लेने वाला है। यूएन अधिकारी ने लेबनान के मानवीय राहत कोष से 90 लाख डॉलर की रकम उपलब्ध कराने की बात कही है और संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत समन्वयक मार्क लोकॉक भी केंद्रीय आपात कार्रवाई कोष (CERF) से अतिरिक्त धनराशि मुहैया कराएँगे. 

यूएन एजेंसियों की होगी बैठक
वित्तीय मदद से तात्कालिक ज़रूरतें पूरी करने, मौजूदा अस्पतालों की क्षमता बढ़ाने, गहन देखभाल सेवाओं का दायरा बढ़ाने और वेण्टिलेटर व दवाओं सहित अन्य जरूरी मेडिकल सामग्री का इन्तजाम करना सम्भव होगा। इस क्रम में लेबनान में गैरसरकारी संगठनों व यूएन एजेंसियों की एक बैठक बुलाई गई है ताकि मानवीय सहायता जरूरतों की समीक्षा और आने वाले दिनों के लिये रणनीति बनाई जा सके। 

सदमें में बेरूत
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के मुताबिक बेरूत में हुए विस्फोट से लगभग तीन लाख लोग विस्थापित हुए हैं जिनमें 80 हजार बच्चे हैं। यूएन एजेंसी का कहना है कि प्रभावित परिवारों तक जल्द सहायता पहुंचाने की जरूरत है। इस विस्फोट में अब तक 140 लोगों की मौत होने, पांच हजार लोगों के घायल होने की खबरें हैं जबकि सैकड़ों अन्य लोग अब भी लापता बताए गए हैं। 

तीन अस्पतालों में काम ठप
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि विस्फोट से शहर के तीन अस्पतालों में काम बुरी तरह ठप हो गया है जबकि दो अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों को भारी क्षति पहुंची है। बताया गया है कि अस्पतालों में लगभग 500 बिस्तर इस आपदा से प्रभावित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के उपप्रवक्ता फरहान हक ने पत्रकारों को बताया कि लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से स्वास्थ्य सैक्टर में मौजूदा क्षमताओं, जरूरतों व कमियों का आकलन किया जा रहा है।

हजारों लोग घायलों के उपचार के लिए पहुंचे
स्वास्थ्य संगठनों ने मेडिकल उपकरण व अन्य सामान जुटाने शुरू कर दिये हैं, और यूएन एजेंसी एक हजार से ज्यादा घायलों के उपचार के लिये मदद दे रही है। लेबनान पहले से ही नागरिक असन्तोष, आर्थिक संकट, बड़ी संख्या में शरणार्थियों की मौजूदगी के अलावा कोविड-19 का सामना कर रहा है, और मंगलवार को हुए भीषण विस्फोट ने हालात को और भी जटिल बना दिया है।

बेरूत बंदरगाह बंद
बेरूत अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यात्रियों और सामान ढुलाई विमानों के लिए खुला है लेकिन बेरूत के बन्दरगाह को फ़िलहाल बन्द कर दिया है जो विस्फोट से तबाह हो गया था। यह बन्दरगाह देश के लिये ज़रूरी सामान की आपूर्ति, दवाओं की जीवनरेखा होने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों का भी केन्द्र था।  यूएन प्रवक्ता फ़रहान हक ने कहा कि बन्दरगाह बन्द होने के बाद अब संयुक्त राष्ट्र और साझीदार संगठन राहत अभियान जारी रखने के लिये नए नैटवर्कों की तलाश कर रहे हैं।

बांग्लादेश के शांतिरक्षक घायल 
इस बीच लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के अन्तरिम बल (UNIFIL) ने बताया है कि उसकी टास्क फ़ोर्स के जहाज़ को पहुँची क्षति का आकलन किया जा रहा है। इस विस्फोट में घायल हुए बांग्लादेश के शान्तिरक्षकों के साथ यूएन मिशन के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुलाक़ात की है। बांग्लादेश के कुल 23 शान्तिरक्षकों को अस्पताल में दाखिल कराया गया था जिनमें से 18 को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है जबकि दो शान्तिरक्षकों की हालत गम्भीर लेकिन स्थिर बनी हुई है।

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