Nelson Mandela day: अफ्रीका के 'मदीबा' नेल्सन मंडेला दुनियाभर में रंगभेद, नस्लभेद विरोध के प्रतीक बन गए हैं। दक्षिण अफ्रीका में लोग उन्हें प्यार से 'मदीबा' कहते हैं, जिसका मतलब स्थानीय भाषा में पिता है। रंगभेद से मुक्ति के लिए कभी हिंसक का क्रांति का आह्वान करने वाले मंडेला को महात्मा गांधी के सत्याग्रह और अहिंसा के विचारों ने जो प्रेरणा दी, उसने उनके आंदोलन की दिशा ही बदल दी। आज (18 जुलाई) उनकी जयंती है, जिसे पूरी दुनिया में नेल्सन मंडेला दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है।
मंडेला की सोच व महान विचार ही थे, जिनकी बदौलत वह आज भी लोगों की जेहन में जिंदा हैं। 'अफ्रीका के गांधी' नेल्सन मंडेला समाज के उस वर्ग के नेता थे, जो अक्सर कई कारणों हाशिये पर रहा, जिनमें रंगभेद भी एक प्रमुख वजह थी। अपने साहस, धैर्य, जनता से जुड़ाव, मानव मूल्यों के लिए संघर्ष की गाथा ने उन्हें अफ्रीका ही नहीं, दुनियाभर में हर तरह के भेदभाव के खिलाफ संघर्ष की बड़ी प्रेरणा के तौर पर स्थापित किया। मंडेला के संघर्ष को कई घटनाओं ने नई दिशा दी तो उनसे जुड़ी महिलाओं का भी इसमें अहम योगदान रहा, जिसमें विनी मंडेला का जिक्र खास तौर पर होता है।
विनी मंडेला, नेल्सन मंडेला की दूसरी पत्नी थीं, जो उम्र में उनसे 22 साल छोटी थीं। दोनों के बीच प्यार उस वक्त परवान चढ़ा था, जब मंडेला देशद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे थे। विनी खुद भी सामाजिक कार्यकर्ता थीं और दोनों के विचारों ने उन्हें करीब लाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी शादी 1958 में हुई थी, जिसके छह साल बाद ही 1964 में उन्हें सरकार के खिलाफ साजिश का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। तब विनी ने ही मंडेला के आंदोलन को आगे बढ़ाया। इस दौरान उन्हें कई प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा तो निर्वासन और कैद भी झेलनी पड़ी।
मंडेला को 27 साल जेल में बिताने के बाद 1990 में रिहा किया गया था, जिस दौरान विनी मंडेला उनका हाथ थामे नजर आईं। हालांकि आगे चलकर उनके बीच राजनीतिक और व्यक्तिगत मदभेदों की खाई ऐसी चौड़ी हुई कि दोनों अलग हो गए। नेल्सन मंडेला ने इससे पहले 1944 में एवलिन मेस से शादी की थी, जो 13 साल ही चली और 1957 में दोनों अलग हो गए। उन्होंने तीसरी शादी 80 साल की उम्र में 1998 में अपने से 27 साल छोटी ग्रासा माशेल से की थी, जो 1986 के एक विमान हादसे में जान गंवा चुके मोजाम्बिक के पूर्व राष्ट्रपति समोरा माशेल की विधवा थीं।
सार्वजनिक जीवन में शानदार व एक जुझारू व्यक्तित्व के धनी नेल्सन मंडेला ने कभी अपनी तीन शादियों को लेकर था कि उनके पिता बहुपत्नी प्रथा में यकीन रखते थे, जिनकी चार पत्नियां थीं। उन्होंने पिता की सभी पत्नियों को अपनी मां की तरह ही आदर दिया और युवावस्था में उन्हें कभी नहीं लगा कि कई महिलाओं से संबंध रखने में कोई गलती थी। उनकी तीन शादियों के पीछे युवावस्था की उस सोच की भी अहम भूमिका रही। वहीं, निजी जीवन से इतर सार्वजनिक जीवन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान एक ऐसे योद्धा की है, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका से रंगभेद को खत्म करके ही दम लिया।