इस्लामाबाद: बलूचिस्तान के लोगों पर पाकिस्तान सेना के जुल्म जारी है। पाक सेना के दमनकारी रवैये के खिलाफ बलूचिस्तान के लोग समय-समय पर विरोध प्रदर्शन करते रहते हैं। इस बीच गुरुवार को बलूचिस्तान के लोग उस समय हिंसक हो गए जब एक महिला और उसकी बेटी की हत्या की वजह से पूरे सूबे में लोग उग्र हो गए और सड़कों पर उतर गए। इसके बाद हिंसा का जो दौर चला उसको देख पाकिस्तानी सेना भी अपनी चौकियां छोड़ भाग खड़ी हुई।
मां बेटी की हत्या के बाद सुलगा विरोध प्रदर्शन
दरअसल इस तरह के प्रदर्शन बलूचिस्तान में पिछले कई दिनों से जारी है। यहां के तुरबत शहर में मलिकनाज नाम की महिला तथा उसकी चार साल की बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहां के स्थानीय लोगों का आरोप है कि बलूचिस्तान की सत्ता पर काबिज बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) के के लोगों ने ही इस हत्या को दिनदहाड़े अंजाम दिया है। लोग लगातार इमरान खान सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगा रहे हैं।
भाग खड़ी हुई सेना
गुरुवार को बलूचिस्तान के लोगों का गुस्सा इस कदर भड़क उठा कि उन्होंने बारबचा इलाके में पाकिस्तानी सेना पर पत्थरों से हमला कर दिया। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के एक चेक पोस्ट को आग के हवाले कर दिया गया। भीड़ इस कदर हिंसक हिंसक हो उठी कि पाकिस्तानी सेना को अपनी पोस्ट छोड़कर भागना पड़ा। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरस हो रहे है जिसमें दिख रहा है कि प्रदर्शनकारी सेना पर पत्थर बरसा रहे हैं और सैनिक पोस्ट छोड़कर भाग खड़े हुए हैं।
भीड़ ने चौकियां की आग के हवाले
इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि लोग पाकिस्तान सेना पर लगातार पत्थर बरसा रहे हैं। जिस जगह पर सेना के टैंक भी खड़े भीड़ वहां पहुंचती है और पत्थरबाजी तेज होते ही सैनिक पोस्ट छोड़कर भाग खड़े हुए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सेना की चेक पोस्ट को आग के हवाले कर दिया। आपको बता दें कि बलूचिस्तान में इस समय गठबंधन की सरकार है जिसका नेतृत्व बीएपी कर रही है। इस दल को इमरान खान की सरकार समर्थन दे रही है। स्थानीय लोगों में इस सरकार के खिलाफ लगातार असंतोष है और समय-समय पर इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन होते रहते हैं।