नई दिल्ली : एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 टीके के कथित गलत प्रभाव को लेकर इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सिलसिला जारी है। अब स्पेन, जर्मनी, इटली और फ्रांस ने सोमवार को इस टीके के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। इन देशों में टीका लगने के बाद कुछ लोगों के रक्त में थक्के बनने की शिकायतें मिली हैं जिसके बाद इन देशों ने कदम उठाया है। हालांकि, कंपनी और यूरोपीय नियामकों ने कहा है कि ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि रक्त में थक्का जमने के लिए वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराया जाए।
यूरोप में टीकाकरण अभियान को झटका
बता दें कि एस्ट्राजेनेका का कोराना टीका उन तीन वैक्सीन में शामिल है जिसका यूरोप में इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन इस टीके के इस्तेमाल पर रोक के लिए जिस तरह से देश लामबंद हो रहे हैं उससे यूरोप में टीकाकरण अभियान को झटका लगा है। इस टीके के बारे में आ रही शिकायतों को देखने के लिए यूरोपीय यूनियन की नियामकीय एजेंसी ने गुरुवार को विशेषज्ञों की एक बैठक बुलाई थी। बताया जाता है कि इस बैठक में अगली रणनीति पर चर्चा की गई। पिछले कुछ दिनों में यूरोप के देशों में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा है और इसे देखते हुए कोविड-19 के प्रोटोकॉल एवं उपायों को सख्त किया गया है और स्कूलों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर प्रतिबंध कड़े किए गए हैं।
जर्मनी में टीका लगने के बाद लोगों ने की शिकायत
रिपोर्टों के मुताबिक जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि एस्ट्राजेनेका के टीके पर रोक लगाने का फैसला देश के वैक्सीन नियामक के सलाह के बाद लिया गया। जर्मनी में सात लोगों के रक्त में थक्का जमने की शिकायत मिली है। इन मामलों की अब जांच की जाएगी। मंत्री का कहना है कि एहतियात बरतने के लिए यह फैसला लिया गया है।
फ्रांस में एहतियात के तौर पर टीके पर रोक
इटली ने कहा कि यह फैसला अन्य यूरोपीय देशों की ओर से उठाए गए कदमों के मद्देनजर लिया गया। इटली के उत्तरी पिडमोंट क्षेत्र में 57 वर्षीय एक शिक्षक ने शनिवार को टीका लगवाया था और रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। इस मामले सहित अन्य ऐसे मामलों में शवों को परीक्षण के लिए भेजा गया है। फ्रांस के राष्ट्रपति एमनुएल मैक्रों ने कहा है कि फ्रांस में एस्ट्राजेनेका कोरोना वायरस टीके का इस्तेमाल एहतियात के तौर पर निलंबित किया जा रहा है। जर्मनी ने भी एस्ट्राजेनेका कोविड टीके के संभावित दुष्प्रभावों के बारे में आई खबरों के बाद इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी। सरकार ने कहा है कि टीका लगाने वालों के शरीर में रक्त के थक्के जमने की खबरों के मद्देनजर यह कदम उठाया गया।