कोपेनहेगन : अफगानिस्तान की सत्ता में काबिज होने के बाद तालिबान रोजाना नए फरमान जारी कर रहा है, जिसने दुनिया को चिंता में डाल रखा है। खास तौर पर महिलाओं, बच्चों के अधिकारों को लेकर चिंता बढ़ रही है। अब जो जानकारी सामने आ रही है, उसके मुताबिक तालिबान वाइन की बोतलों और बच्चों की किताबों को भी नष्ट कर रहा है। ईरान में नॉर्वे के राजदूत सिगवाल्ड हाउगे ने एक ट्वीट में इसका जिक्र किया है।
ईरान में नॉर्वे के राजदूत सिगवाल्ड हाउगे ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि तालिबान ने काबुल में नॉर्वे के दूतावास पर कब्जा कर लिया है। तालिबान का कहना है कि वे बाद में इसे लौटा देंगे। लेकिन इससे पहले वे वाइन की बोतलों को तोड़ेंगे और बच्चों की किताबों को भी नष्ट करेंगे।
नार्वे के राजनयिक का यह दावा ऐसे समय में आया है, जबकि अफगानिस्तान में तालिबान की बर्बरता के कई मामले रोजाना दुनिया के सामने आ रहे हैं। तालिबान ने महिलाओं पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं तो संगीत और खेल को लेकर भी उसका रुख किसी से छिपा नहीं है। काबुल स्थित नेशनल म्यूजिक इंस्टीट्यूट से पियानो और ड्रम सेट सहित तमाम वाद्य यंत्रों को नष्ट किए जाने की तस्वीर भी सामने आई है, जिसने तालिबान के रवैये को दुनिया के सामने रखा है।
यहां उल्लेखनीय है कि नार्वे ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से पहले ही सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपने दूतावास को पूरी तरह खाली करवा लिया था और वहां से अपने कर्मचारियों को बुला लिया था।
तालिबान ने मंगलवार को नई सरकार के गठन और मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक, मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद प्रधानमंत्री होंगे और मुल्ला अब्दुल गनी बरादर उप प्रधानमंत्री होंगे। तालिबान ने 33 सदस्यीय मंत्रिमंडल की घोषणा की है, जिसमें सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया गया है। हक्कानी को अमेरिकी फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (FBI) ने 'मोस्ट वांटेड' आतंकियों की सूची में रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किए गए 14 नाम ऐसे हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकियों की प्रतिबंधित सूची में रखा है।