नई दिल्ली : कोविड-19 के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चर्चा देश में ही नहीं विदेश में होने लगी है। खासकर यह चर्चा अगर पाकिस्तान में हो तो इसकी अहमियत और बढ़ जाती है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने जो कदम उठाए हैं उसकी प्रशंसा पाकिस्तान के नामचीन समाचार पत्र 'द डॉन' के संपादक फहद हुसैन ने की है। हुसैन ने अपने एक ट्वीट में रविवार को कहा कि कोविड-19 पर नियंत्रण पाने के बारे में पाकिस्तान को उत्तर प्रदेश से सीखने की जरूरत है। हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान की आबादी उत्तर प्रदेश से कम लेकिन जीडीपी ज्यादा होने के बावजूद कोरोना की मृत्युदर उससे ज्यादा है। हमें उत्तर प्रदेस से सीखना चाहिए।
हुसैन ने किए कई ट्वीट
हुसैन ने पाकिस्तान में कोरोना की बिगड़ती हालत को लेकर कई ट्वीट किए हैं और इससे निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार को कई सुझाव दिए है। उन्होंने कहा, 'भारत के राज्य उत्तर प्रदेश में पाकिस्तान के मुकाबले मृत्युदर कम है। यह तब है जब उत्तर प्रदेश की आबादी पाकिस्तान के मुकाबले ज्यादा है। उत्तर प्रदेश ने कोरोना महामारी से निपटे के लिए सही कदम उठाए, हमें इससे सीखना चाहिए।'
पाकिस्तान को दी नसीहत
हुसैन ने एक ग्राफ के जरिए उत्तर प्रदेश और पाकिस्तान में कोरोना मामले की तुलना की है। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों की आबादी और साक्षरता करीब एक जैसी है। पाकिस्तान में यूपी के मुकाबले प्रति किलोमीटर जनसंख्या का घनत्व कम है लेकिन जीडीपी ज्यादा है। लॉकडाउन को लेकर यूपी ने ज्यादा सख्ती बरती जबकि हम ढीले पड़ गए। उन्होंने आगे कहा, 'मैं लोगों से चाहूंगा कि वे लोगों को बताएं कि उत्तर प्रदेश में पाकिस्तान के मुकाबले कोविड-19 से मौतें कम क्यों हुईं हैं? इस बारे में गंभीरता से सोचने की जरूरत है।'
पाकिस्तान में 2030 लोगों की गई जान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कोरोना के अब तक 9733 मामले सामने आए हैं। इनमें से 3838 सक्रिय केस हैं जबकि 5648 मरीजों को उपचार के बाद ठीक कर दिया गया है। इस महामारी से अब तक 257 लोगों की मौत हुई है जबकि पाकिस्तान में कोविड-19 के 1010,468 मामले सामने आए हैं। इनमें से उपचार के बाद 33,465 लोगों को ठीक किया जा चुका है जबकि 2030 लोगों की जान जा चुकी है।
यूपी में लॉकडाउन का हुआ सख्ती से पालन
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह की सक्रियता दिखाई है और फैसले लिए हैं, वह चर्चा का विषय बना हुआ है। योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 की स्थिति पर नजर रखने और इससे उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए टीम-11 बनाई है। राज्य में लॉकडाउन के नियमों को सख्ती से पालन हुआ है। कोविड-19 की जांच एवं क्वरंटाइन केंद्र की सुविधा उपलब्ध कराने में यूपी सरकार काफी सक्रिय रही है।