जेनेवा। पाकिस्तान की फितरत के बारे में यूएनएचआरसी की बैठक में भारत ने बताया कि किस तरह से अनियंत्रित पाकिस्तान पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका है। पाकिस्तान एक तरफ तो मानवाधिकारों की बात करता है। लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ क्या हो रहा है दुनिया उसे अच्छी तरह से जानती और समझती है। इन सबके बीच वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस के लाखु लुहाना ने बताया कि जमीनी हकीकत क्या है।
अपहण बना सबसे बड़ा हथियार
लाखु लुहाना बताते हैं कि सिंधी लोगों को पाकिस्तानी एजेंसियां जबरन अपहरण कर उन्हें गायब कर दे रही हैं। पिछले 3 महीनों में करीब 60 लोगों का अपहरण हुआ है। पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को डराने के लिए अपहरण को औजार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र परिषद अपनी जिम्मेदारियों को पूरी करते हुए सिंधी लोगों को पाकिस्तान की एजेंसियों से बचाए। जो लोग इस तरह की हरकतों के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें न सिर्फ सजा मिले बल्कि इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराने की जरूरत है।
सिंधी समाज को बचाने के लिए दुनिया के देश आगे आएं
पाकिस्तान की हकीकत को बयां करते हुए लाखु लुहाना कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ सिंधी लोगों के साथ होता है, बल्कि दूसरे अल्पसंख्यक समाज के साथ भी यही सब हो रहा है। सिख समाज के लोगों का धर्मांतरण आम बात है, इमरान खान सरकार इस संबंध में सिर्फ बड़ी बड़ी बात करती है। लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है। वो विश्व समाज से अपील करते हैं कि पाकिस्तान के ऊपर दबाव डालकर इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने की कोशिश की जाए।