वाशिंगटन: अफगानिस्तान पर तालिबान का राज होने के बाद काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए बम धमाके में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित 200 से अधिक लोग मारे गए थे। इसके बाद अमेरिका ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आईएसआईएस के कथित ठिकाने पर ड्रोन हमला करते हुए दावा किया था कि काबुल हमले का मास्टरमाइंड इस हमले में मारा गया है। हालांकि अमेरिका के इस दावे पर तब भी सवाल उठे और अब अमेरिकी रक्षा मंत्री द्वारा दिए गए बयान ने साबित कर दिया है कि इस हमले में निर्दोष लोग मारे गए थे।
अफगानिस्तान में पिछले महीने किये गये ड्रोन हमले का बचाव कर चुका पेंटागन अब अपने बयान से पलट गया है और उसने शुक्रवार को कहा कि अंदरूनी जांच से खुलासा हुआ है कि इस हमले में सिर्फ आम नागरिक ही मारे गये न कि इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी, जैसा पहले विश्वास किया गया था। 29 अगस्त के इस हमले में बच्चों समेत कई आम नागरिक मारे गये थे। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा, स्ट्राइक एक दुखद गलती थी।
आपको बता दें कि 29 अगस्त को ड्रोन हमला करने के चार दिन बाद भी अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन) के अधिकारियों ने कहा था कि यह बिल्कुल सटीक हमला था। लेकिन इसके कई वीडियो सामने आने के बाद अमेरिकी दावों की पोल खुलनी शुरू हो गई थी। मीडिया ने बाद में इस घटना पर जारी अमेरिकी बयानों पर संदेह प्रकट करना शुरू कर दिया और खबर दी कि जिस वाहन को निशाना बनाया गया था उसका चालक किसी अमेरिकी मानवीय संगठन का कर्मचारी था।