वाशिंगटन : अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने रहेंगे या जो बाइडेन सरकार बनाएंगे, इसे लेकर मतदाता वोटों के जरिये अपनी पसंद जाहिर कर चुके हैं। चुनाव में किसकी जीत होगी और किसकी हार, इसे लेकर रूझान मतदान के बाद शुरू होने वाली मतगणना के कुछ ही घंटों बाद स्पष्ट हो जाएंगे, जिसके आधिकारिक नतीजे मतगणना पूरी होने के बाद घोषित किए जाएंगे। इसके बाद तैयारी शुरू होगी शपथ-ग्रहण की, जो जनवरी 2021 में होनी है। अमेरिकी चुनाव नतीजों से इतर हम यहां आपको बता रहे हैं कि इस चुनाव में 'गधा' कौन और 'हाथी' कौन है?
दरअसल, यहां 'गधा' और 'हाथी' से अर्थ किसी की हार या जीत से नहीं, बल्कि दो प्रमुख पार्टियों के चुनाव चिन्ह से है। 'गधा' जहां डेमोक्रेटिक पार्टी का चुनाव चिन्ह है, वहीं 'हाथी' रिपब्लिकन पार्टी का चुनाव चिन्ह है। अमेरिका में द्विदलीय व्यवस्था है और चुनाव मैदान में इन्हीं दो प्रमुख पार्टियों के बीच मुख्य मुकाबला होता है। रिपब्लिकन पार्टी कंजर्वेटिव पार्टी है, जिसे 'ग्रैंड ओल्ड पार्टी' भी कहा जाता है। वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी लिबरल पार्टी है। अमेरिका में हर साल चार पर राष्ट्रपति चुनाव होता है, जिसके लिए वोट नवंबर के पहले मंगलवार को डाला जाता है।
अमेरिकी राजनीति में धाक रखने वाली दोनों पार्टियों- डेमोक्रेटिक व रिपब्लिकन का चुनाव चिन्ह 'गधा' व 'हाथी' कैसे हुआ, इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। दरसल, डेमोक्रेटिक पार्टी ने 1828 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान पोस्टर के जरिये प्रचार के लिए गधे का इस्तेमाल किया था। इसकी वजह यह थी कि उस वक्त डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार एंड्रयू जैक्सन को विपक्षी दल 'डंकी' कहकर ही बुलाते थे। बाद में अन्य उम्मीदवारों ने भी प्रचार के लिए गधे के कार्टून का इस्तेमाल किया और 19वीं सदी के अंत तक यह पार्टी का लोकप्रिय चुनाव चिह्न बन गया।
अमेरिका में स्थानीय समयानुसार मंगलवार रात 9 बजे तक मतदान होगा, जब भारत में बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे का वक्त होगा। मतदान खत्म होने के बाद ही मतगणना शुरू हो जाएगी और कुछ ही घंटों में तस्वीर साफ हो जाएगी कि किसकी हार और किसकी जीत होने जा रही है। किसी भी प्रत्याशी को जीत के लिए इलेक्ट्रोरल कॉलेज के 538 वोट में से 50 फीसदी से ज्यादा यानी 270 या इससे अधिक वोट की जरूरत होती है। जीतने वाला प्रत्याशी वाइट हाउस में कार्यभार संभालता है, जिसके लिए शपथ-ग्रहण 20 जनवरी को होता है। इस तरह मौजूदा चुनाव में जीतने वाला प्रत्याशी 20 जनवरी, 2021 को पदभार संभालेगा।