वॉशिंगटन। दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका इस समय हैरान और परेशान है। एक ऐसे अदृश्य वायरस का सामना कर रहा है जिसमें उसने अपने 25 हजार से ज्यादा लोगों की जान गंवा दी है। डोनाल्ड ट्रंप को नाराजगी जितनी चीन से है उससे कहीं ज्यादा विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका से भी है। उन्होंने कहा था कि अमेरिका दी जाने वाली मदद को रोकेगा। वो एक तरह से चेतावनी थी। लेकिन अब ट्रंप ने अपने फैसले को जमीन पर उतार दिया है।
ट्रंप नाराज, WHO की मदद रुकी
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यह बड़े आश्चर्य की बात यह है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन मामले की गंभीरता को क्यों नहीं समझा। क्या वो चीन के दबाव में सच्चाई को छिपा रहा था। उन्होंने कहा कि फिलहाल तो मदद रोक दी गई है। इसके साथ ही अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या डब्ल्यूएचओ इस बात का अंदाजा नहीं लगा सका कि दुनिया कितने बड़े संकट का सामना करने जा रही है। इस संगठन पर दुनिया के दूसरे मुल्क भी आरोप लगा रहे हैं कि चीन की मिलीभगत की वजह से सच्चाई को छिपाने की कोशिश की गई।
WHO ने मदद न रोकने की लगाई गुहार
विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है कि यह समय संशाधनों में कमी करने का नहीं है। दुनिया के सामने कोरोना के रूप में बड़ा संकट है और सदस्य देशों की गंभीरता समझनी होगी। इस बीच अमेरिका में रिकॉर्ड 2228 लोगों की मौत हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से सफाई आई थी कि उन्हें जैसे जैसे जानकारी मिलती गई उनकी तरफ से दुनिया को जानकारी दी जाने की कोशिश की गई।