सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को इस बजट में 1.11 लाख करोड़ रुपए से अधिक आवंटन किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि सड़कों का ढांचा और बेहतर बनाने के लिए 8,500 किलोमीटर की सड़क और राजमार्ग परियोजनाएं मार्च, 2022 तक दी जाएंगी। यानी वित्त वर्ष 2021-22 में प्रतिदिन 23 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि केरल को 65,000 करोड़ रुपए और पश्चिम बंगाल को 25,000 करोड़ रुपए की परियोजनाएं दी जाएंगी। उन्होंने असम को 3,400 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाएं देने का भी ऐलान किया। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन के लिए 18,000 करोड़ रुपए की योजना की भी घोषणा की।
पिछले महीने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि उनके मंत्रालय का मार्च तक प्रतिदिन 40 किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा था कि अगले 5 साल में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का लक्ष्य 60,000 किलोमीटर के राजमार्ग तैयार करने का है जिसमें 2,500 किलोमीटर एक्सप्रेस हाइवे होंगे। इनमें 9,000 किलोमीटर के आर्थिक गलियारे और 2,000 किलोमीटर की सामरिक सीमा और तटवर्ती सड़कें होंगी। इसके साथ ही 100 पर्यटन स्थलों और 45 शहरों को राजमार्गों से जोड़ा जाएगा।