- हाइफा पोर्ट में अडानी का 70 फीसदी और गैडोट का 30 फीसदी हिस्सा होगा।
- 2 साल लंबी टेंडर प्रक्रिया के बाद डील पक्की हुई है।
- हाइफा पोर्ट और गैडोट साल 2054 तक हाइफा पोर्ट ऑपरेट करेंगे।
नई दिल्ली। एशिया के सबसे अमीर बिजनेमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) के हाथ एक बड़ी डील लगी है। उनकी कंपनी अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) ने इजराइल के सबसे बड़े पोर्ट्स में से एक हाइफा पोर्ट (Haifa Port) को खरीदने के लिए बोली जीत ली है। दुनिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स अब इजराइल के प्रमुख कारोबार को टेकओवर करने जा रहे हैं। अडानी पोर्ट्स, गैडोट ने इजराइल के हाइफा पोर्ट को खरीदने के लिए बोली जीती है। डील साइज 1.2 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। अडानी पोर्ट्स की संयुक्त उद्यम में 70 फीसदी हिस्सेदारी होगी और बाकी की हिस्सेदारी गैडोट के पास होगी। गैडोट इजराइल में एक स्थानीय केमिकल और लॉजिस्टिक ग्रुप है।
इजराइल का सबसे बड़ा पोर्ट है हाइफा
उल्लेखनीय है कि 2mteu की कंटेनर टर्मिनल क्षमता के साथ हाइफा इजराइल का सबसे बड़ा पोर्ट है। यह 46 फीसदी कार्गो को संभालता है। 2019 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, इसने 216 मिलियन डॉलर राजस्व और 37 मिलियन डॉलर EBITDA उत्पन्न किया।
गौतम अडानी ने किया ट्वीट
अडानी समूह के अध्यक्ष और संस्थापक, गौतम अडानी ने ट्वीट किया कि, गैडोट के साथ इजराइल में हाइफा बंदरगाह के प्राइवेटाइजेशन के लिए टेंडर जीतकर प्रसन्नता हुई। इसका दोनों देशों के लिए अत्यधिक स्ट्रैटेजिक और ऐतिहासिक महत्व है।'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज नवी मुंबई में रहेजा रियल्टी से 1500 करोड़ रुपये में जमीन का अधिग्रहण कर सकता है। जमीन को ग्रुप के डेटा सेंटर जेवी को ट्रांसफर कर दिया जाएगा और अगले कुछ हफ्तों में ट्रांजैक्शन पूरा होने की संभावना है।