- जैक मा ने जापान के सॉफ्टबैंक से इस्तीफा दे दिया है
- जैक मा जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन के बोर्ड के सदस्य थे
- जैक मा 2007 में सॉफ्टबैंक के बोर्ड में शामिल हुए थे
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनिया भर में उथल पुथल हो रहा है। लोगों की जान तो जा ही रही है उधर दुनिया के करीब-करीब तमाम बड़े देशों की अर्थव्यवस्था मंदी छा गई है। इससे आर्थिक तौर पर भी उथल-पुथल हो रहा है। एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति और अलिबाबा कंपनी के मालिक चीनी अरबपति जैक मा (Jack Ma) ने जापान के सॉफ्टबैंक से इस्तीफा दे दिया है। जैक मा जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन के बोर्ड के सदस्य थे।
इस वजह से दिया इस्तीफा
माना जा रहा है कि जापानी टेक्नोलॉजी कंपनी के ऑफिस साझेदारी उद्यम वीवर्क जैसे जोखिमपूर्ण निवेश को लेकर संघर्षपूर्ण स्थितियों के कारण मा ने इस्तीफा दिया। टोक्यो स्थित सॉफ्टबैंक ने वित्तीय परिणामों को जारी करने से पहले सोमवार को जैक मा के इस्तीफे की घोषणा की। हालांकि, कंपनी ने उनके इस्तीफे की वजह नहीं बताई।
सॉफ्टबैंक का अलीबाबा में काफी निवेश
सॉफ्टबैंक ने बोर्ड में तीन नए सदस्यों की घोषणा की, जिनमें सॉफ्टबैंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी योशिमित्सु गोटो और वासेदा यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक युको क्वामोटो शामिल हैं। सॉफ्टबैंक ने अलीबाबा में काफी निवेश किया है। मा 2007 में सॉफ्टबैंक के बोर्ड में शामिल हुए थे और सॉफ्टबैंक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी मासायोशी सोन के साथ उनके करीबी संबंध हैं।
जैक मा ने कई चैरिटी के किए काम
चीन की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के सह-संस्थापक मा ने हाल में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए मास्क और टेस्ट किट दान देने जैसे कई चैरिटी के काम किए हैं।