- आधार में नाम और पते की जानकारी के साथ व्यक्ति की बायोमेट्रिक जानकारी भी होती है।
- UIDAI लगातार निवासियों को बाल आधार पहल के तहत अपने बच्चों को रजिस्टर करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
- 0-5 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के आधार नामांकन के लिए बायोमेट्रिक्स एकत्र नहीं किए जाते हैं।
नई दिल्ली। हर एक भारतीय नागरिक के लिए आधार कार्ड (Aadhaar Card) महत्वपूर्ण दस्तावेज है। आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) बच्चों के आधार (Baal Aadhaar) बनवाने की भी सुविधा देती है। जी हां, आपको अपने बच्चों के लिए भी बाल आधार बनवाना होता है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों के दौरान यूआईडीएआई ने पांच साल तक के वर्ग में 79 लाख से भी ज्यादा बच्चों का नामांकन किया है।
कितने बच्चों के पास है बाल आधार?
यह बाल आधार पहल के तहत 0-5 आयु वर्ग के अधिक बच्चों तक पहुंचने और माता-पिता और बच्चों को कई लाभों का लाभ उठाने में मदद करने के लिए एक नए प्रयास का हिस्सा है। बयान में कहा गया है कि, '31 मार्च 2022 के अंत तक 0-5 आयु वर्ग के 2.64 करोड़ बच्चों के पास बाल आधार था, लेकिन जुलाई 2022 के अंत तक यह संख्या बढ़कर 3.43 करोड़ हो गई।'
इन राज्यों में अच्छा रहा प्रदर्शन
आगे कहा गया कि बाल आधार का रजिस्ट्रेशन प्रोसेस (Baal Aadhaar registration) बहुत अच्छी तरह से प्रोग्रेस कर रहा है। मंत्रालय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में 0-5 आयु वर्ग के बच्चों का नामांकन पहले ही लक्षित आयु वर्ग के 70 फीसदी से अधिक को कवर कर चुका है। बच्चों के रजिस्ट्रेशन ने जम्मू और कश्मीर, मिजोरम, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप सहित कई अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
कुल मिलाकर, मौजूदा समय में आधार सैचुरेशन लगभग 94 फीसदी है। वयस्कों में आधार सैचुरेशन लगभग 100 फीसदी है। उल्लेखनीय है कि आधार अब ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, दोनों के लिए उत्प्रेरक है।
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