- वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में देश में डिजिटल करेंसी लाने की बात कही है।
- आरबीआई की यह डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी।
- ब्लॉकचेन से सूक्ष्म और लघु उद्योगों के लिए खुलेंगे विकास के नए द्वार।
Blockchain technology for Digital Currency: डिजिटल दुनिया के बढ़ते दौर में डिजिटल करेन्सी ने भी अपनी जगह बना ली है। विदेशों के साथ साथ देश में भी इसकी स्वीकार्यता अब बढ़ रही है, साथ ही लोगों ने ट्रेडिंग के साथ-साथ भुगतान के अन्य माध्यमों में भी इसका उपयोग शुरु कर दिया है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में देश में डिजिटल करेंसी लाने की बात कही है। आरबीआई की यह डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (blockchain technology) पर आधारित होगी। ब्लॉकचेन ऐसी टेक्नोलॉजी है जिस देश की डिजिटल करेंसी चलेगी। आसान भाषा में कहें तो ब्लॉकचैन एक डिजिटल बहीखाता है। तकनीकि भाषा में समझें तो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक प्लेटफॉर्म हैं जहां ना सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रेकॉर्ड रखा जा सकता है।
भारतीय युवाओं में भी इसकी रुचि बढ़ गई है। आईआईटी बॉम्बे के पीयूष गुप्ता ने डिजिटल दुनिया का अनुमान पहले ही लगा लिया था और उन्होंने 2014 में पॉलीट्रेड की स्थापना की। यह एक पॉलीगोन चेन का एक DeFi प्लेटफॉर्म है। इसके माध्यम से उन्होंने छोटे उद्यमियों को व्यापार में आ रही समस्याओं से निपटने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि छोटे उद्यमियों के लिए फंड जुटा पान मुश्किल होता है जिससे व्यापार में निवेश नहीं हो पाता एवं लाभ भी नहीं होता है, जिस कारण ये व्यापार बंद हो जाते हैं।
इसी क्रम में उन्होंने सूक्ष्म और लघु उद्योगों के लिए पॉलीट्रेड को एक मंच के रूप में तैयार किया जहां इन उद्यमियों को व्यापार में निवेश हेतु ट्रैड फाइनैन्स के अवसरों का सीधा लाभ उठाने का मौका मिलेगा। साथ ही उन्होंने पॉलीट्रैड में क्रिप्टो लिक्विडिटी के उपयोग से इन्वाइस बनाने की भी व्यवस्था की है। उनकी इस शुरुआत हेतु उन्हें विश्व में क्रिप्टो लिक्विडिटी आधारित इन्वाइस तैयार करने वाले पहले और श्रेष्ठ संस्थान के रूप में सम्मानित किया गया है।
साथ ही संस्थापक पीयूष गुप्ता ने बताया कि पॉलीट्रैड को मुंबई राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के द्वारा लघु उद्योगों के बढ़ने में सहयोग करने हेतु सम्मानित किया गया। वे पिछले 8 वर्षों से निरंतर TradeFi और DeFi के उपयोग से लघु उद्योगों को ट्रैड फाइनैन्स के क्षेत्र में कुशल, दक्ष और पारदर्शी बनाने में मदद कर रहे हैं, और आगे भी उनकी कोशिश है कि इन उद्योगों को आर्थिक सहायता करने, क्रिप्टो क्षेत्र में काम करने हेतु कुशल बनाने, तकनीकी विस्तार देने और वित्तीय चुनौतियों से निपटने में सहयोग करें।