- ट्रेन यात्रा करने वाले 12 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है
- इनमें से 8 लोगों ने एक ट्रेन में और 4 अन्य ने दूसरी ट्रेन में सफर किया है
- बेंगलुरु-दिल्ली राजधानी में भी दो 'होम क्वारांटाइन' यात्रियों को देखा गया
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए खौफ बढ़ता जा रहा है। इस बीच ऐसी जानकारी सामने आई है कि 12 संक्रमित लोगों ने हाल ही में दो अलग-अलग ट्रेनों में सफर किया। रेलवे ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और लोगों से अपील की कि वे लंबी दूरी की ट्रेन यात्राओं से बचें। इनमें से चार यात्रियों के बीते सप्ताह दुबई से लौटने की जानकारी सामने आई है।
12 यात्रियों में कोरोना की पुष्टि
रेल मंत्रालय ने शनिवार को ट्वीट कर बताया कि 13 मार्च को दिल्ली से रामगुंडम जाने वाली एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से यात्रा करने वाले 8 यात्रियों के शुक्रवार को COVID-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अतिरिक्त 16 मार्च को मुम्बई से जबलपुर जाने वाली गोदान एक्सप्रेस (ट्रेन नं 11055) के बी 1 कोच में यात्रा करने वाले 4 यात्रियों का कोरोना वायरस का टेस्ट भी पॉजिटिव आया है। वे पिछले सप्ताह ही दुबई से भारत लौटे थे।
भारी पड़ सकती है लापरवाही
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों से लगातार सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है, लेकिन कुछ लोग इसे गंभीरता से लेते हुए नहीं देखे जा रहे हैं। महाराष्ट्र में जिन लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमण के संदेह में घरों में पृथक रखा जा रहा है, उनकी हथेली के पीछे अमिट स्याही से 'होम क्वारंटीन' लिखा जा रहा है। लेकिन ऐसे कई लोग बाहर निकलते देखे गए हैं।
मान नहीं रहे 'होम क्वारंटीन' लोग
सेंट्रल रेलवे ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर शनिवार को 15 ऐसे लोगों को पकड़ा, जिनकी हथेली पर 'होम क्वारंटीन' लिखा था। ये सभी लंबी दूरी की ट्रेन लेने की तैयारी में थे। लेकिन वहां उन्हें पकड़ लिया गया और फिर वर्ली के एक आइसोलेशन सेंटर भेज दिया गया। बेंगलुरु और दिल्ली के बीच चलने वाली राजधानी में भी दो 'होम क्वारांटाइन' यात्रियों को देखा गया, जिसके बाद उन्हें ट्रेन से उतारकर पूरे कोच को सैनिटाइज किया गया।
रेलवे की अपील
हालात की गंभीरता को देखते हुए रेलवे से लोगों से कहा है कि जब तक नितांत आवश्यक न हो ट्रेनों में यात्रा न करें। लोगों को 'सोशल डिस्टेंसिंग' बनाए रखने पर जोर देते हुए रेलवे ने कहा कि ऐसा करके ही लोग खुद को और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। इस संबंध रेल अधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे पहले ही कई ट्रेनें रद्द कर चुका है।