- आत्मनिर्भर भारत पैकेज 3 का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया ऐलान
- रियल सेक्टर, हेल्थ सेक्टर के साथ संकट में 26 सेक्टर पर खास ध्यान
- जीडीपी के 15 फीसद हिस्से को प्रोत्साहन पैकेज के तौर पर दिया गया जिसमें केंद्र की भागीदारी 9 फीसद
नई दिल्ली। देश के विकास के लिए जरूरी होता है कि डिमांड और सप्लाई के बीच संतुलन बना रहे। इन दोनों में से किसी एक में कमी आने का मतलब है अर्थव्यवस्था विकास की पटरी से उतर सकती है। इस साल जब मार्च के महीने में यह जानकारी पुख्ता तौर पर आ गई कि भारत भी कोरोना की जकड़ में है तो स्वाभाविक है कि आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ता। कोरोना के खिलाफ मुकम्मल लड़ाई के लिए लॉकडाउन लगाया जिसकी वजह से आर्थिक क्रियाकलापों पर असर पड़ा। लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से अलग अलग अवसरों पर राहत पैकेज का ऐलान किया गया। अर्थव्यवस्था की रफ्तार में उससे सकारात्मक बदलाव आया। लेकिन जानकार कहा करते थे कि सरकार को कुछ और ठोस तरीके से ऐलान करना चाहिए।
आरबीआई की तरफ से एक बयान आया कि देश में आर्थिक क्रियाकलापों की रफ्तार में कमी आई है, हालांकि इसके बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मे 12 इंजेक्शन का एक डोज दिया और भरोसा जताया कि सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण में ये ऐलान शर्तिया फायदा पहुंचाएंगे। आत्मनिर्भर भारत पैकेज 3 के तहत दो लाख 65 हजार करोड़ रुपए की राहत का ऐलान किया गया।
बुस्टर 1
जॉब निर्माण के लिए आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना पर बल
बुस्टर 2
एमएसएमई और व्यक्तिगत लोन के लिए 31 मार्च 2021 तक आपातकाली 3 लाख करोड़ गारंटी स्कीम को बढ़ाया गया। इसमें 2.01 लाख करोड़ पहले ही वितरित किए जा चुके हैं।
बुस्टर 3
हेल्थ सेक्टर के साथ 26 सेक्टक जो संकट से जूझ रहे हैं उन्हें क्रेडिट सपोर्ट
बुस्टर 4
पीएम आवास योजना के तहत 18 हजार करोड़ की व्यवस्था.प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के तहत 10 नए सेक्टरों को लाभ मिलेगा।
बुस्टर 5
रियल इस्टेट यानी कंस्ट्रक्शन के फील्ड में परफॉरमेंस सेक्युरिटी में अब तीन फीसद करने का ऐलान पहले यह 5 से 10 फीसद के बीच था। इसका अर्थ यह है कि खर्च करने के लिए ज्यादा पैसे होंगे।
बुस्टर 7
एनआईआईएफ डेब्ट में 6 हजार करोड़ की पूंजी और डाली जाएगी
बुस्टर 8
किसानों को खाद उपलब्ध हो सके इसके लिए फर्टिलाइजर उद्योग को 65 हजार करोड़ की सब्सिडी
बुस्टर 9
अनौपचारिक सेक्टर में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए अतिरित्त 10 हजार करोड़ की व्यवस्था, मनरेगा के तहत 73,504 करोड़ की राशि निर्गत और देश के 116 जिलों में इसके तहत काम चल रहा है और अब तक 251 करोड़ मानव दिवस का सृजन हुआ है।
बुस्टर 10
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए लाइन ऑफ क्रेडिट के जरिए 3000 करोड़ का इंतजाम
बुस्टर 11
रक्षा क्षेत्र में उपकरणों के उत्पादन के लिए 10, 200 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
बुस्टर 12
कोरोना वैक्सीन के विकास के लिए बॉयोटेक्नॉलजी विभाग को 900 करोड़ की सहायता राशि
अंत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि आर्थिक गतिविधियों में और जान फूंकने के लिए जीडीपी के 15 फीसद हिस्से को प्रोत्साहन पैकेज के तौर पर दिया गया है जिसमें केंद्र की भागीदारी 9 फीसद है।