Tips For Getting Home Loan: हमारे घरों में हमारे व्यक्तित्व की छाप होती है। यह एक विरासत है जो पीढ़ियों से आगे चली जा रही है। नतीजतन, घर किसी व्यक्ति द्वारा किया जा सकने वाला सबसे आवश्यक निवेश है। पर इसमें कोई शक नहीं है कि यह महंगा निवेश है। परिणामस्वरूप, घर खरीदने की प्रक्रिया में ॠण तक आसान पहुंच या उधार की आसान उपलब्धता महत्वपूर्ण हो जाती है।
होम लोन की मंजूरी को आसान बनाने के लिए जानते हैं 6 टिप्स-
बकाया ऋण का समय पर भुगतान करते रहें
मानव वित्त और ॠण तक पहुंच से संबंधित वर्षों पुरानी कहावत है कि मनुष्य को कई बार उसकी आर्थिक स्थिति से बेहतर ॠण मिल जाता है। यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि ॠण के लिए दावा करते समय व्यक्ति को कभी भी अनुमान पर आश्रित नहीं होना चाहिए। अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखना और अपने स्कोर की जानकारी रखना हमेशा बेहद महत्वपूर्ण है। अगर आप इस बुनियादी मगर गोल्डन रूल का पालन करेंगे तो आपको लोन के लिए सहमति जल्दी मिल जाएगी और कोई परेशानी नहीं होगी।
इसके लिए कोई सही समय नहीं होता है लेकिन हमेशा एक सही कारोबारी और सही संपत्ति होती है
बाजार के आंकड़ों की गतिशीलता के मुकाबले सही समय का इंतजार करना एक गलत कदम हो सकता है। ऐसे में इस बात को याद रखना जरूरी है कि संपत्ति की कीमत आसानी से ऊपर-नीचे नहीं होती है। ऐसे में जल्दबाजी में काम करना लंबे समय में महंगी गलती महसूस हो सकती है। इस सिलसिले में सबसे अच्छा सुझाव यह है कि अपनी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन कीजिए और अपनी जरूरतों के लिए सही कारोबारी तलाशिए। कुछ पथ प्रदर्शक फिनटेक ब्रांड हैं जो भारत में पहुंच वाले वर्ग में घर खरीदने के काम को तेज करने के लिए बेहद समर्पित हैं। इसके लिए ये किफायती होम लोन तक आसान पहुंच मुहैया कराते हैं।
घर खरीदने के सबसे पहले कामों में एक है, ऐसी संपत्ति तलाशना जो बैंकिंग के सामान्य नियमों के तहत स्वीकृत हैं। आप जो संपत्ति खरीदना चाह रहे हैं उसे आप जिस शहर में रहते हैं वहां के विकास प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत होना चाहिए। मूल्यांकन के बाद अगला कदम है कि संपत्ति के टाइटल फ्लो की जांच कर लें। इसके लिए टाइटल सर्च सर्टिफिकेट आवश्यक है।
ब्याज की सही दर और खरीद के प्रति अपने योगदान के साथ सौदे में प्रवेश
होम लोन लेने वाले को पुनर्भुगतान के लिए ब्याज की सही दर का चुनाव करने की आवश्यकता होती है। यह फिक्स्ड और फ्लोटिंग दोनों हो सकती है और दोनों का अपना नफा-नुकसान है। अगर आप शांत स्वभाव वाले हैं और बाजार के जोखिम में नहीं पड़ना चाहते हैं तो आपको फिक्स्ड ब्याज दर वाला होम लोन लेना चाहिए और यह सब तब होना चाहिए जब ब्याज दर तुलनात्मक रूप से कम हों। अगर आप बाजार और हमेशा बदलने वाले इसके मैट्रिक्स पर भरोसा करना चाहते हैं तो फ्लोटिंग रेट का चुनाव कीजिए क्योंकि लंबे समय में ब्याज दर बाजार के उतार-चढ़ाव का संतुलन कर देती है।
संपत्ति के प्रत्येक खरीदार को बिल्डर या विक्रेता द्वारा जारी की जाने वाली अपने ओन कॉन्ट्रीब्यूशन रिसीट्स (ओसीआर) देनी होती है। यह खरीदार द्वारा अपनी जेब से दी जाने वाली राशि है जो संपत्ति की कुल कीमत और ॠण का अंतर होती है। आमतौर पर यह कुल संपत्ति मूल्य का 20–30% होती है।
देर हो चुके बकाये को निपटाइए और योग्यता जांच कीजिए
क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (सीआईबीआईएल) का आपको स्कोर, आपके लोन की मंजूरी और मौजूदा कर्ज या बकाया का निपटान और इक्वीलैट्रल ट्रांएगल के लिहाज से घर खरीदने की प्रक्रिया में समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले क्रेडिट स्कोर ज्यादा होना आवेदन के मंजूर अथवा खारिज होने के बीच का अंतर हो सकता है। सही संपत्ति और सही लेंडर का चुनाव करने के बाद समय रहते होम लोन के लिहाज से योग्यता की जांच करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
संयुक्त लोन फायदेमंद हो सकते हैं
ॠण लेने वाला को-एप्लीकेंट के साथ लोन के लिए आवेदन कर सकता है ताकि मासिक किश्तों में पुनर्भुगतान की अपनी क्षमता बढ़ा सके। लेंडर्स शेयर्ड होम लोन को कम जोखिम वाले निवेश के रूप में देखते हैं नतीजतन इसे अनुकूल शर्तों के साथ मंजूर कर लेते हैं।
दस्तावेज तैयार रखें
प्रक्रिया सहज ढंग से पूरी हो, इसके लिए यह अच्छा रहता है कि आप अपने दस्तावेज और चेकलिस्ट हमेशा तैयार रखें। वेतनभोगी व्यक्ति को पिछले छह महीने का बैंक स्टेटमेंट, नवीनतम फॉर्म 16 और सैलरी स्लिप पेश करने के लिए तैयार रहना चाहिए। जबकि स्वरोजगार वाले व्यक्ति को 12 महीने का बैंक स्टेटमेंट, दो साल का आईटीआर फॉर्म और कारोबार का सबूत देना होगा।
(Disclaimer: इस लेख के लेखक, Leaf Fintech के MD और CEO मिलिंद गोवर्धन हैं। ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)