- अंतरराष्ट्रीय उड़ानें नियमित रूप से जल्द शुरू हो सकती हैं।
- भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध मार्च 2020 से लागू है।
- सरकार धीरे-धीरे उड़ानों से प्रतिबंध हटाने पर फैसला ले रही है।
International flight operations: भारत में नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें (International Flights) जल्द शुरू हो सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक, सरकार 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति दे सकती है। हालांकि जिन देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले अधिक हैं, उन देशों के लिए उड़ानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। कुल 14 देशों को छोड़कर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति मिल सकती है।
इन देशों में जारी रह सकता है प्रतिबंध
जिन देशों में अभी भी प्रतिबंध लागू रहेगा, उनमें यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे और सिंगापुर शामिल हैं। कोरोना के मामलों के फिर से बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इन देशों के लिए प्रतिबंध का फैसला लिया गया है। द्वारा छूट वाले देशों पर निर्णय लिया गया है।
बबल व्यवस्था के तहत जारी रहेंगी उड़ानें
मालूम हो कि भारत ने मार्च 2020 में बढ़ते COVID-19 मामलों के मद्देनजर नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी थीं और बाद में वंदे भारत की उड़ानों (Vande Bharat flights) के साथ-साथ बबल व्यवस्था (bubble arrangements) के तहत उड़ानों की अनुमति दी थी। सूत्र ने कहा कि, 'इन 14 देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मौजूदा बबल व्यवस्था के तहत जारी रहेंगी।' एयर बबल समझौता दो देशों के बीच उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने की एक अस्थायी व्यवस्था है। द्विपक्षीय एयर बबल समझौते के तहत, दो देशों की एयरलाइन कंपनियां कुछ शर्तों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर सकती हैं।
हाल ही में नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं के 'बहुत जल्द' और संभवत: इस साल के अंत तक सामान्य होने की उम्मीद है। वहीं पिछले हफ्ते नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने कहा था कि सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को बहाल करने की प्रक्रिया का आकलन किया जा रहा है।