- एलआईसी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए चार मई से नौ मई कर खुला था।
- इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 902 रुपये से 949 रुपये तय किया गया था।
- पॉलिसीहोल्डर्स और कर्मचारियों के लिए कुछ शेयर आरक्षित रखे गए थे।
नई दिल्ली। सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को आखिरी दिन तक करीब तीन गुना अभिदान मिला। यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ है। देश के सबसे बड़े आईपीओ के तहत 16,20,78,067 शेयरों की पेशकश की गई थी। इसकी तुलना में 2.95 गुना बोलियां लगाई गईं। निवेशकों की ओर से 47,83,25,760 बोलियां लगाई गईं।
पात्र संस्थागत खरीदार (QIB) कैटेगरी के लिए रिजर्व शेयरों को 2.83 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इस कैटेगरी के लिए 3.95 करोड़ शेयर आरक्षित रखे गए थे और इसके लिए 11.20 करोड़ बोलियां मिलीं। गैर-संस्थागत निवेशक (NII) के लिए रिजर्व 2,96,48,427 शेयरों के लिए 8,61,93,060 बोलियां लगाई गईं। इस कैटेगरी को 2.91 गुना अभिदान मिला।
रिटेल इन्वेस्टर्स कैटेगरी को कितना मिला सब्सक्रिप्शन?
रिटेल इन्वेस्टर्स की बात करें, तो इनके लिए 6.9 करोड़ शेयरों की पेशकश थी और 13.77 करोड़ शेयरों की बोलियां लगाई गईं। इसे 1.99 गुना अभिदान मिला। एलआईसी के पॉलिसी होल्डर्स की कैटेगरी को छह गुना से ज्यादा अभिदान मिला। वहीं पात्र कर्मचारियों के खंड के लिए 4.4 गुना बोलियां मिली हैं।
निवेशकों को कब मिलेंगे शेयर?
अगर आपने भी इस आईपीओ के लिए अप्लाई किया था, तो मालूम हो कि निवेशकों को एलआईसी के शेयर 12 मई को आवंटित किए जाएंगे। बाजार में ये 17 मई को लिस्ट होंगे।
सरकार ने क्या कहा
मालूम हो कि देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में सरकार अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। इससे करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है। विदेशी निवेशकों की ओर से कम भागीदारी पर सरकार ने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है। आईपीओ को निवेशकों के विभिन्न कैटेगरी का तगड़ा समर्थन मिला है।
यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसके पहले साल 2021 में पेटीएम का आईपीओ 18,300 करोड़ रुपये का था और साल 2010 में कोल इंडिया का आईपीओ करीब 15,500 करोड़ रुपये का था।