नई दिल्ली : भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट ( MCLR)को एक साल तक के लिए 35 बेसिस पॉइंट्स (bps) कम कर दी है। यह 10 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा। वित्त वर्ष 2019-20 में MCLR में यह लगातार 11वीं कटौती है। एक bps एक प्रतिशत अंक का सौवां हिस्सा होता है। इस कदम से SBI के MCLR से जुड़े फ्लोटिंग रेट लोन लेने वालों को फायदा होगा। होम लोन की तरह लाभ मिलेगा। एसबीआई ने एक बयान में कहा कि एक साल की MCLR 7.75% से घटकर 7.40% प्रतिवर्ष हो गई। यह 10 अप्रैल से प्रभावी होगा। एसबीआई ने कहा कि योग्य होम लोन खातों (एमसीएलआर से जुड़े) पर EMIs पर 30 साल के लोन पर प्रति 1 लाख के हिसाब से 24.00 रुपए सस्ती मिलेगी।
सेविंग बैलेंस पर ब्याज दरों में भी कटौती
देश के सबसे बड़े ऋणदाता ने भी 15 अप्रैल 2020 से बचत बैंक जमा पर अपनी ब्याज दरों को फिर से बढ़ाने की घोषणा की। बैंक ने सेविंग डिपोजिट रेट को 25 bps घटा दिया है। अब 1 लाख रुपए के बैलेंस पर 3% से घटाकर 2.75% कर दिया है। 1 लाख रुपए से ऊपर के बैलेंस पर भी 3% से कम करके 2.75% कर दिया है।
एफडी पर ब्याज दरों में हो चुकी है कटौती
पिछले महीने, एसबीआई ने आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में 75 बेसिक पॉइंट की कटौती के बाद सावधि जमा (एफडी) दरों को तेजी से घटाकर 4.4% कर दिया था। एसबीआई ने पहले 10 मार्च को एफडी पर ब्याज दर में कटौती की घोषणा की थी।
टीडी की ब्याज दरों में भी कटौती
बैंक ने घरेलू रिटेल टर्म डिपॉजिट (टीडी) की ब्याज दरों को 20 bps से घटाकर पूरे टेनर्स में 50 bps कर दिया है और बल्क टीडी की ब्याज दरों को 50 bps घटाकर पूरे टेन्योर मे 100 bps कर दिया है।