- कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एलआईसी के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा
- सरकारी उपक्रमों को बेचकर खजाने को भरने की जुगत में सरकार
- गिरती जीडीपी, बेरोजगारी के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार की नीति है लचर
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हर एक दिन अलग अलग विषयों पर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साधते रहते हैं। हाल ही में आरआरबी एग्जाम को लेकर निशाना साधा था। इस दफा उन्होंने एलआईसी की 25 फीसद हिस्सेदारी बेचे जाने पर निशाना साधा है। राहुल गांधी कहते हैं कि यह समझ के बाहर है कि यह सरकार किस दिशा में आगे बढ़ रही है। मोदी सरकार को सलाह देने का अर्थ यह है कि वो आप को देशद्रोही मान बैठेंगे।
एलआईसी के बहाने मोदी सरकार पर निशाना
राहुल गांधी कहते हैं कि मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो' मुहीम चला रहे हैं।खुद की बनाई आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है।जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पे रखकर LIC को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि मोदी निर्मित आपदा के दौर से देश गुजर रही है।
मोदी सरकार को 'विरोध राग' मंजूर नहीं
इस सरकार को सभी समस्याओं का निदान सरकारी संपत्तियों को बेचने में नजर आ रहा है। देश के युवा नौकरी मांगते हैं तो नौकरी नहीं। देश के युवा अपनी बात कहने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं तो यह कवायद इस सरकार को पसंद नहीं आती है। वो कहते हैं कि देश की जनता देख रही है कि बेरोजगारी का आलम क्या है। जीडीपी शून्य ने 23 फीसद नीचे जा चुकी है। सरकारी नौकरी हो या प्राइवेट नौकरी, सरकार की नीतियों से सबकुछ खत्म हो रहा है। सरकार झूठे आंकड़ों के जरिए लोगों को भरमा रही है कि डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन हकीकत वास्तव में गंभीर है।