- 2जी इथेनॉल प्लांट का निर्माण इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOC) द्वारा किया गया है।
- यह परियोजना संयंत्र संचालन में शामिल लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगी।
- चावल के भूसे की कटाई, हैंडलिंग, भंडारण आदि के लिए सप्लाई श्रृंखला में अप्रत्यक्ष रोजगार भी उत्पन्न होगा।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हरियाणा के पानीपत में दूसरी पीढ़ी (2G) के इथेनॉल प्लांट (2G Ethanol Plant) को राष्ट्र को समर्पित किया। यह 900 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इससे ना सिर्फ प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि देश के अन्नदाताओं को भी लाभ होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस जैविक ईंधन संयंत्र के माध्यम से किसानों को पराली के बेहतर इस्तेमाल में मदद मिलेगी। किसानों की इनकम में भी बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा हरित रोजगार का सेक्टर भी मजबूत होगा। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि, 'इससे देश को वैकल्पिक ईंधन मिलेगा।'
बढ़ा इथेनॉल का प्रोडक्शन
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार 'शार्टकर्ट' के माध्यम से नहीं, बल्कि समस्याओं के स्थायी समाधान में जुटी है। उन्होंने कहा कि यह किसानों को पराली की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए एक आसान और स्थायी विकल्प होगा। उल्लेखनीय है कि पेट्रोल (Petrol) में इथेनॉल मिलाने से पिछले सात से आठ सालों में विदेशी मुद्रा के रूप में करीब 50,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है। आठ साल पहले इथेनॉल का प्रोडक्शन 40 करोड़ लीटर था, लेकिन आज यह बढ़कर 400 करोड़ लीटर हो गया है।
सशक्त होंगे किसान
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि स्वदेशी तकनीक के आधार पर यह परियोजना सालाना लगभग दो लाख टन चावल के भूसे का उपयोग करके सालाना लगभग तीन करोड़ लीटर इथेनॉल उत्पन्न करेगी। कृषि-फसल अवशेषों का अंतिम इस्तेमाल करने से किसान सशक्त होंगे और उन्हें अतिरिक्त आय सृजन का अवसर मिलेगा।