नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली पर ट्रैफिक का बेहद दबाव है और इसके पीछे की एक बड़ी वजह यहां पर आस-पास के शहरों की आबादी का भी लोड है गौर हो कि दिल्ली में पास के जिलों गाजियाबाद, अलीगढ़ और मेरठ, फरीदाबाद से भारी तादाद में लोग नौकरी या व्यवसाय के सिलसिले में यहां आते हैं, वहीं इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के लोगों की आसानी के लिए "रैपिड रेल" चलने जा रही है।
उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बड़ा ऐलान किया था, मेरठ-गाजियाबाद-दिल्ली रैपिड रेल परियोजना इस इलाके के लिए बड़ी सौगात बनेगी, केंद्र और प्रदेश सरकार के ज्वाइंट वेंचर में बन रही इस 82 किमी लंबी परियोजना का करीब 68 किमी का हिस्सा यूपी में है।
एक निगाह इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट Rapid Rail पर क्या है लंबाई, कितने स्टेशन बनेंगे और क्या है इसकी खासियतें-
इन ट्रेनों में आरामदायक सीटें, यात्रियों के पैर रखने के लिए पर्याप्त जगह, खड़े होकर यात्रा कर रहे लोगों के आरामदायक सफर के लिए दोनों तरफ की सीटों के बीच में पर्याप्त जगह, सामान रखने का रैक,मोबाइल/लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट,वाई-फाई और अन्य यात्री-केंद्रित सुविधाएं भी होंगी।