नई दिल्ली: एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी को सोमवार को लगभग 44,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया क्योंकि उनकी प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 13% की गिरावट आई, जो कि 12 सालों में सबसे बड़ी गिरावट है। इस गिरावट के साथ कंपनी के शेयर 1,105 पर आ गए। फोर्ब्स की रियलटाइम नेट वर्थ के अनुसार, अंबानी की नेट वर्थ 41.8 बिलियन डॉलर थी, जिसमें सोमवार को 12.40% की गिरावट हुई। एक ही दिन में, उनकी कुल संपत्ति 5.9 बिलियन डॉलर कम हो गई।
कच्चे तेल की कीमतों में 30% से अधिक की गिरावट के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में सोमवार को भारी गिरावट देखी गई। अंतरराष्ट्ररीय बाजार में तेल के दाम को लेकर छिड़ी जंग के कारण सोमवार को कीमतों में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, जो कि 1991 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। तेल उत्पादक देशों के बीच उत्पादन को लेकर सहमति नहीं बन पाने के कारण प्रमुख तेल निर्यातक सऊदी अरब ने कीमतों में भारी कटौती का ऐलान किया। विश्लेषकों का कहना है कि क्रूड की कीमतों में गिरावट का असर RIL के लाभप्रदता पर पड़ेगा।
इस साल 3 लाख करोड़ रुपए घट गया RIL का बाजार मूल्य
RIL का बाजार पूंजीकरण आज 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक घट गया। आज की गिरावट के साथ, आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 7 लाख करोड़ रुपए से कम हो गया। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले साल नवंबर में आरआईएल 10 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप के साथ पहली भारतीय कंपनी बन गई थी। इस वर्ष में, अब तक आरआईएल का बाजार मूल्य 3 लाख करोड़ रुपए घट गया है।
सेंसेक्स में भारी गिरावट
दुनिया में लगतार फैल रहे कोरोना वायरस संक्रमण का आर्थिक गतिविधयों पर असर गहराने से देश दुनिया के शेयर बाजार में सोमवार को बड़ी गिरावट आई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,941 अंक का गोता लगा गया और इस गिरावट से स्थानीय बाजार में निवेशकों की बाजार हैसियत पर करीब 7 लाख करोड़ रुपए की चपत लगी। सेंसेक्स के शेयरों में ओएनजीसी को सर्वाधिक 16 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ।