नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को सुबह से ही पूरी तरह से नरमी देखी गई। दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स में बड़ी गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर से करीब 2,500 अंक तक पहुंच गया। निफ्टी भी 10,300 अंक से नीचे आ गया। दलाल स्ट्रीट पर लगा खून की होली हो रही है। सभी शेयर लाल रंग नजर आए। इस गिरावट से 650 लाख करोड़ रुपए निवेशकों की संपत्ति लुट गई। जिस तरह से भारत में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, निवेशकों में डर बढ़ता जा रहा है।
ऐसा रहा शेयर बाजार का हाल
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स आज 1000 अंकों की गिरावट के साथ खुला और 2467.44 अंक या करीब 6.5% तक गिरकर एक दिन के सबसे बड़ी गिरावट के साथ करीब 2:15 बजे 35,109.18 तक पहुंच गया। निफ्टी 50 इंडेक्स 6% से ज्यादा की गिरावट के साथ 10,294.45 पर पहुंच गया। यह उल्लेखनीय है कि दोनों सूचकांकों के लिए, आज की गिरावट निरपेक्ष रूप से एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी। निफ्टी जहां 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया, वहीं सेंसेक्स 36,000 अंक से नीचे रहा।
निवेशकों के 6.50 लाख करोड़ रुपए डूबे
जैसे-जैसे सूचकांक में गिरावट आई, निवेशकों को 6.50 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। कोरोनो वायरस प्रकोप के आर्थिक प्रभाव पर बढ़ती अनिश्चितता के बीच भारी बिकवाली शुरू हो गई थी। आज, बीएसई-सूचीबद्ध फर्मों का बाजार पूंजीकरण 6 मार्च रे 144.31 लाख करोड़ रुपए से घटकर 137.65 लाख करोड़ रुपए हो गया। दरअसल, सेंसेक्स पैक के सभी 30 शेयर दोपहर करीब 1 बजे लाल रंग में कारोबार कर रहे थे। ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर रहे, क्रमशः 13 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ। इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी 6 से 9 फीसदी के बीच नीचे रहे।
इनके शेयर सर्वाधिक गिरे
रिलाइंस इंडिया लिमिटेड (आरआईएल) के शेयरों ने 12.2% की गिरावट हुई, जिससे कंपनी का मार्केट-कैप घटकर 7 लाख करोड़ रुपए पर आ गया। ONGC के शेयरों में 12 वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट हुई। उसके शेयर में 14.75 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज हुई। इंडसइंड के शेयर 8.4% की गिरावट हुई। TCS और ICICI बैंक के शयेर भी नीचे रहे।
कच्चे तेल की कीमतों में 30% की गिरावट
कच्चे तेल की कीमतों में सोमवार को करीब 30 प्रतिशत की भारी गिरावट हुई और भाव 2,216 रुपए प्रति बैरल के भाव पर आ गए। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में मार्च डिलीवरी के लिए कच्चे तेल की कीमत 943 रुपए या 29.85 प्रतिशत घटकर 2,216 रुपए प्रति बैरल रह गई। इस दौरान 33,703 लॉट के लिए सौदे हुए। इसी तरह अप्रैल डिलीवरी के लिए कच्चा तेल 899 रुपए या 28.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,308 रुपए प्रति बैरल के भाव पर आ गया। इसमें 3,711 लॉट के लिए सौदे हुए।