- भारतीय रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में सफर करने के इच्छुक लोगों से अपील की
- रेलवे एक मई से रोजाना श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है
- रेलवे ने यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी है
नई दिल्ली : श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में लोगों की मौत की खबरों के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को लोगों से अपील की कि यदि वे पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो वे इन ट्रनों में यात्रा नहीं करें। इन ट्रेनों में 48 घंटे में कम से कम 9 यात्रियों की मौत की खबरें 27 मई को सामने आई थीं। रेलवे का कहना है कि ये सभी लोग पहले से बीमार थे। रेलवे यह सुनिश्चित करने के लिए एक मई से रोजाना श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है ताकि प्रवासी श्रमिक अपने घर पहुंच सकें।
श्रमिक ट्रेनों में मौत के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले आए सामने
रेलवे ने एक बयान में कहा कि ऐसा देखा गया है कि पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे कुछ लोग श्रमिक ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं, जिससे कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों की श्रमिक ट्रेनों में मौत के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले सामने आए हैं।
ये लोग ना करें यात्रा
उसने कहा कि रेलवे मंत्रालय कोविड-19 से लोगों को बचाने के लिए अपील करता है कि पहले से (उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोगों, कैंसर, रोग प्रतिरोधी क्षमता कम होने जैसी) बीमारियों से ग्रस्त लोग, गर्भवती महिलाएं, 10 साल से कम आयु के बच्चे और 65 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग रेल यात्रा करने से बचें और अत्यावश्यक होने पर ही यात्रा करें।
सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
बयान में कहा गया है कि रेलवे परिवार देश के उन सभी नागरिकों को रेल सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है, जिन्हें यात्रा करने की आवश्यकता है। उसने कहा कि हम इस संबंध में सभी नागरिकों का सहयोग चाहते हैं। कृपया किसी भी परेशानी या आपात स्थिति में अपने रेलवे परिवार से संपर्क करने में न हिचकिचाएं। हम हमेशा की तरह आपसी सहायता करेंगे (हेल्पलाइन नंबर- 139 एवं 138)।