- कंपनी भविष्य और निरंतर सुधार को लेकर आशावादी है: अजय सिंह।
- कंपनी 20 करोड़ डॉलर तक जुटाने के लिए निवेश बैंकरों के साथ संपर्क करेगी।
- विमानन कंपनी वित्तीय संकट का सामना कर रही है।
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में विमानन कंपनी स्पाइसजेट (Spicejet) का शुद्ध घाटा बढ़ गया है। आज कंपनी का शेयर करीब 15 फीसदी फिसल गया। स्पाइसजेट के कर्मचारियों ने लगातार दूसरे महीने वेतन के देरी से मिलने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी और वेतन मिलने में देरी की वजह से पिछले कुछ महीनों में स्पाइसजेट के कई पायलटों ने इस्तीफा दे दिया था। रिजाइन करने वालों में अधिकारी और बोइंग 737 बेड़े के चालक दल के प्रमुख या कैप्टन भी शामिल हैं।
789 करोड़ रहा शुद्ध घाटा
विमानन कंपनी स्पाइसजेट का शुद्ध घाटा चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में बढ़कर 789 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। उतार-चढ़ाव का सामना कर रही कंपनी को इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 729 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 458 करोड़ रुपये था।
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इतनी रही कंपनी की आय
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल आय बढ़कर 2,478 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,266 करोड़ रुपये थी। स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि उद्योग पिछले कुछ समय सबसे गंभीर परिचालन स्थिति में से एक का सामना कर रहा है। इन परिस्थितियों से वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में हुई प्रगति और सुधार को प्रभावित किया है।
15 फीसदी टूटा शेयर
आज शुरुआती कारोबार में कंपनी का शेयर करीब 15 फीसदी टूट गया। बीएसई पर कंपनी का शेयर 14.65 फीसदी टूटकर 39.60 रुपये पर आ गया, हालांकि बाद में इसने कुछ भरपाई की और यह 43.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था जो 6.03 फीसदी की गिरावट दर्शाता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में उसके विमानों में खामियों की घटनाओं के चलते नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीजीसीए ने बुधवार को स्पाइसजेट के दो और बोइंग-737 विमानों का पंजीकरण रद्द कर दिया था। अगस्त में एयरलाइन के छह बोइंग-737 विमानों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)