अनुच्छेद 370 हटाने के बाद केंद्र सरकार लगातार जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विकास के जरिए लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। साथ ही इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी और विकास की धीमी रफ्तार को गति देने की कोशिश कर रही है। इसके लिए मोदी सरकार की तरफ से कश्मीर में इंफ्रास्ट्रक्चर की कई बड़ी योजनाएं लायी गयी हैं। मोदी सरकार का मानना है की बेहतर सड़कें ही कश्मीर के लोगों को तरक्की की तरफ ले जा सकती हैं। केंद्र सरकार के बेस्ट परफॉर्मिंग मिनिस्टर नितिन गडकरी लगातार कई सड़क परियोजनाओं के जरिए कश्मीर घाटी में विकास की धारा बहाने में जुटे हुए हैं। मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर में ही एक लाख करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण श्रीनगर से लेह को जोड़ने वाले हाईवे को साल भर के लिए कनेक्टिविटी देने का है। पुराने समय में सिल्क रूट के नाम से जाना जाने वाला श्रीनगर-लेह राजमार्ग 6 महीने बर्फबारी और तूफान की वजह से बंद रहता है। लेकिन पिछली सरकारों ने न सड़कों के आधुनिकीकरण पर ध्यान दिया और न ही स्थानीय जरूरतों को समझा। पिछले 7 सालों में सड़क परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी लेते ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश मे सड़क निर्माण की दशा दिशा बदल दी।
तमाम परियोजनाओं के काम की प्रगति देखने के लिए नितिन गडकरी ने मंगलवार को श्रीनगर-लेह हाइवे पर चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। गडकरी ने पहले सोनमर्ग को श्रीनगर से 'ऑल वेदर कनेक्टिविटी' देने वाली Z Morh टनल को देखा और उसके बाद एशिया की सबसे लंबी रोड टनल जोजिला के कन्स्ट्रक्शन के हालात का जायजा लिया। गडकरी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि समय के अंदर सारा काम पूरा हो जाए। गडकरी ने जोर देकर कहा कि कश्मीर घाटी का सामाजिक आर्थिक विकास अच्छी सड़कों पर निर्भर करता है और उनका मंत्रालय इसके लिये प्रतिबद्ध है। नितिन गडकरी ने प्रेस वार्ता में ये भी भरोसा दिलाया कि सड़क परिवहन मंत्रालय 'जीरो करप्शन' की नीति पर पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रहा है।
जम्मू कश्मीर में बढ़ा नेशनल हाइवे का जाल
जोजिला टनल के मुआयने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया को बताया कि 2014 तक जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई थी लेकिन पिछले 6 साल में इसमें 969 किलोमीटर की अभूतपूर्व बढ़ोतरी की गई। फिलहाल जम्मू कश्मीर में दो महत्वपूर्ण कॉरिडोर पर काम हो रहा है पहला जम्मू से श्रीनगर और दूसरा श्रीनगर से लेह तक का रास्ता।
2022 तक जम्मू कश्मीर में इन प्रोजेक्ट्स पर है नजर-
- श्रीनगर-शॉपिग-काजीगुंड रोड की मजबूती का काम हो रहा.
- 2024 करोड़ की लागत से 4 लेन जम्मू रिंग रोड बन रही है जिसमें से तकरीबन 14 किलोमीटर का काम पूरा हो गया है. इसी पर 1480 मीटर लम्बी ट्विन ट्यूब टनल बनाने का काम दिसम्बर 2021 तक पूरा हो जाएगा.
- 5100 करोड़ की लागत से जम्मू-अखनूर और अखनूर से पुंछ के लिए रोड बन रही है.
- काजीगुंड से बनिहाल के लिए 1987 करोड़ की लागत से 17 किलोमीटर का रास्ता बन रहा है.
- उधमपुर से चेनानी-नाशरी-रामबन तक 2137 करोड़ की लागत से 4 लेन सड़क निर्माण का काम मई 2021 तक पूरा करने की उम्मीद है.
- इसके अलावा 2100 करोड़ की लागत से चेनानी-सुधमहादेव-गोहा में काम हो रहा है.