- गुजरात इंवेस्टर समिट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित
- ‘व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी’ की शुरुआत करते हुए इसके फायदे बताए
- इस नीति से पुराने हो चुके वाहन सड़क से हटाए जाएंगे, प्रदूषण में होगी कमी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी’की शुरुआत करते हुए कहा कि देश की विकास यात्रा में यह पॉलिसी एक अहम कदम है। इस मौके पर पीएम ने युवाओं और स्टार्ट-अप से इस पॉलिसी से जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि ‘व्हीकल स्क्रैपिंग’ पर्यावरण के अनुकूल तरीके से, अनुपयुक्त और प्रदूषणकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि यह आवागमन में आधुनिकता, यात्रा और परिवहन के दबाव को कम करने और आर्थिक विकास के लिए सहायक साबित होगी। पीएम ने कहा कि हम चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं। सरकार का लक्ष्य सतत एवं पर्यावरण अनुकूल अर्थव्यवस्था को विकसित करना है।
देश में करीब 10,000 करोड़ रुपए का निवेश आएगा
गुजरात इंवेस्टर समिट को ऑनलाइन संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पॉलिसी देश में करीब 10,000 करोड़ रुपए का निवेश लाएगा। उन्होंने कहा कि गुजरात का अलंग वेहिकल स्क्रैपिंग के एक हब के रूप में उभर सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में अभी जो वाहनों के स्क्रैपिंग के लिए जो तरीका अपनाया जाता है वह ठीक नहीं है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व्यक्तिगत रूप से मौजूद थे।
ऑटोमोबाइल उत्पादन के क्षेत्र में उभरेगा भारत
गडकरी ने कहा कि यह स्क्रैपिंग पाॉलिसी कच्ची सामग्री की कीमत में करीब 40 प्रतिशत की कमी लाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस पॉलिसी से भारत ऑटोमोबाइल उत्पादन के क्षेत्र में एक बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा।
सड़कों से पुराने वाहनों को हटाने में मदद करेगी यह नीति
गडकरी ने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के जरिए देश भर के सभी जिलों में टेस्टिंग केंद्र बनाए जाएंगे। यह नीति दशकों पुराने हो चुके वाहनों को सड़क से हटाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि 15 साल से अधिक के कॉमर्शियल वाहनों और 20 साल से ज्यादा पुराने निजी वाहन इस स्क्रैपिंग पॉलिसी के दायरे में आएंगे।