- अमेरिकी क्रिकेट ने जल्द ही खेल में सुपरपावर बनने का लक्ष्य बनाया
- खेल में रुचि बढ़ाने के लिए अमेरिकी क्रिकेट ने कई कदम बढ़ाए
- यूएस की क्रिकेट शासकीय ईकाई ने मेजर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट लांच करने का फैसला किया
नई दिल्ली: अमेरिकी क्रिकेट ने खेल में जल्द ही सुपरपावर बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है और वह खेल में रुचि बढ़ाने के लिए कदम बढ़ा रही है। अमेरिका की क्रिकेट शासकीय ईकाई ने मेजर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट को लांच करने का फैसला किया व विदेशी खिलाड़ियों को यूएस में बसने के लिए आकर्षक करार प्रस्तावित किए। खेल प्रेमी ओलंपिक्स में अमेरिका के हावीपन को अच्छे से जानते हैं। हालांकि, क्रिकेट ऐसा खेल है, जहां यूएस ने ज्यादा सफलता हासिल नहीं की। यूएसए ने वेस्टइंडीज के कई घरेलू मैचों की मेजबानी की, लेकिन इस खेल में रुचि सीमित दिखी।
अब आयोजन इस खेल में बदलाव पर अड़ गए हैं। क्रिकेट को ओलंपिक्स में शामिल करने की बातचीत जारी है। 2028 ओलंपिक्स की मेजबानी लॉस एंजिलिस को करना है। ऐसे में अमेरिकी क्रिकेट विश्व के दिग्गज क्रिकेटरों की सेवा का लाभ उठाने की कोशिश में है। आज हम आपको ऐसे 5 क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हाल ही में अमेरिका में बस गए हैं।
जेवियर मार्शल - वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बल्लेबाज ने कनाडा के खिलाफ 157 रन की पारी खेलकर काफी सुर्खियां हासिल की थी। दुर्भाग्यवश यह पारी वेस्टइंडीज के लिए उनकी एकमात्र शतकीय पारी साबित हुई। मार्शल ने 2009 में विंडीज टीम के लिए आखिरी वनडे खेला था। 10 साल बाद उन्होंने अमेरिकी टीम के लिए डेब्यू किया। पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ मार्शल ने 9 गेंदों में 11 रन बनाए। पिछले तीन साल में उन्होंने यूएसए क्रिकेट टीम के लिए एक अर्धशतकीय पारी खेली। यह ध्यान देने वाली बात है कि मार्शल ने वेस्टइंडीज के लिए सात टेस्ट और छह टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। मार्शल ने अमेरिका क्रिकेट टीम के लिए 7 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले।
कोरी एंडरसन - कोरी एंडरसन ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी के कारण काफी जल्दी फैंस के दिलों में जगह बनाई। खब्बू बल्लेबाज बड़े शॉट्स लगाने में उस्ताद तो थे ही, वो गेंदों से भी विरोधियों को परेशान करना जानते थे। एंडरसन ने 2015 विश्व कप में न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व किया था। वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल चुके हैं। दुर्भाग्यवश चोटों के कारण एंडरसन का करियर प्रभावित हुआ और 2020 में उनका न्यूजीलैंड करियर समाप्त हुआ। पिछले साल एंडरसन ने अपना ज्यादा समय अमेरिका में बिताया। एंडरसन ने तीन साल का करार किया, जिससे वह मेजर लीग क्रिकेट में प्रदर्शन करते हुए नजर आएंगे।
शेहान जयसूर्या - शेहान जयसूर्या का मेजर लीग क्रिकेट में करार करना शेष है। हालांकि, पूर्व श्रीलंकाई ऑलराउंडर अपने परिवार के साथ अमेरिका में शिफ्ट हो चुके हैं। जयसूर्या ने श्रीलंका क्रिकेट को सूचित कर दिया है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका का अब प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे। शेहान जयसूर्या ने 12 वनडे और 18 टी20 इंटरनेशनल मैचों में श्रीलंकाई राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने लंका प्रीमियर लीग 2020 में गॉल ग्लेडिएटर्स का प्रतिनिधित्व भी किया। शेहान बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर हैं। यह देखना रोचक होगा कि श्रीलंकाई स्टार को यूएस में क्रिकेट करियर दोबारा शुरू करने का मौका किस तरह मिलता है।
जुआन थेरोन - जुआन रस्टी थेरोन ने फैंस को फटाफट क्रिकेट में अंतिम ओवरों में शानदार गेंदबाजी करके काफी रोमांचित किया था। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज ने आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि, खिलाड़ी का अंतरराष्ट्रीय करियर ज्यादा सफल नहीं रहा। थेरोन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 9 टी20 इंटरनेशनल मैच और चार वनडे खेले। 2015 में थेरोन ने दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम का साथ छोड़ा और अमेरिका में स्थानीय कॉलेज में टीचर की डिग्री लेने आ गए। अमेरिका ने उन पर नजर रखी और आईसीसी के तीन साल का क्राइटेरिया पूरा करने पर थेरोन अमेरिका टीम के लिए खेलने के लिए योग्य हो गए। तेज गेंदबाज ने अमेरिका के लिए अब तक 9 वनडे खेले हैं।
समी असलम - पूर्व पाकिस्तानी ओपनर समी असलम घरेलू स्तर पर बलूचिस्तान की दूसरे दर्जे की टीम से पदावनति झेलकर निराश हो गए थे। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 13 टेस्ट और चार वनडे में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने मेजर लीग क्रिकेट करार कर लिया। असलम 2023 से अमेरिका क्रिकेट टीम के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल खेलने के योग्य होंगे। लाहौर में जन्में समी असलम को 76 प्रथम श्रेणी मैच, 80 लिस्ट ए और 34 टी20 मैचों का अनुभव हासिल है। असलम का अनुभव आगामी सालों में अमेरिका क्रिकेट के प्रदर्शन को बेहतर करने के काम आ सकता है। अमेरिका क्रिकेट आक्रामक रूप से विदेशी खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ रहा है, तो यह देखना आश्चर्यजनक नहीं कि जल्द ही ज्यादा क्रिकेटर अमेरिका में जाकर बसने लगेंगे।