- भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की
- 407 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 131 ओवर में 5 विकेट खोकर 334 रन बनाए
- भारत-ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमें मौजूदा सीरीज में 1-1 की बराबरी पर हैं
सिडनी: भरपूर रोमांच, पैसा वसूल, टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती, जितनी तारीफ की जाए उतना कम; आप जो चाहे इसे कह सकते हैं। चोटिल खिलाड़ियों से जूझ रही टीम इंडिया ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट को ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल की। ऑस्ट्रेलिया द्वारा मिले 407 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने पांचवें दिन 131 ओवर में 5 विकेट खोकर 334 रन बनाए।
हनुमा विहारी (161 गेंदों में नाबाद 23 रन) और रविचंद्रन अश्विन (128 गेंदों में नाबाद 39 रन) क्रीज पर डटे रहे। दोनों ने तीन घंटे से ज्यादा समय क्रीज पर बिताया और मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई। अश्विन-विहारी ने 259 गेंदों में 62 रन की अविजित साझेदारी की। बता दें कि दिन का खेल समाप्त होने में एक ओवर बाकी था जब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने बल्लेबाजों से हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ पर मुहर लगाई।
भारतीय टीम के लिए इस मैच के हीरो रिषभ पंत रहे। पंत ने 118 गेंदों में 12 चौके और तीन छक्के की मदद से 97 रन बनाए। उन्होंने इतनी आक्रामक पारी खेली कि एक समय लग रहा था कि टीम इंडिया मैच जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना लेगी। मगर ऐसा नहीं हुआ।
ध्यान हो कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने सिडनी में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। मेजबान टीम की पहली पारी 338 रन पर ऑलआउट हुई थी। जवाब में भारत की पहली पारी 244 रन पर ढेर हो गई थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 94 रन की बढ़त मिली थी। फिर कंगारू टीम ने अपनी दूसरी पारी 312/6 के स्कोर पर घोषित की और भारत के सामने 407 रन का लक्ष्य रखा।
भारत ने जवाबी हमला बोला और मुकाबला ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की। इसी के साथ तीन मैचों के बाद दोनों टीमें चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी पर हैं। अब चौथा व निर्णायक टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में 15 जनवरी से खेला जाएगा।
भारतीय पारी का हाल
बता दें कि टीम इंडिया ने पांचवें व अंतिम दिन अपनी पारी 98/2 के स्कोर से आगे बढ़ाई। कप्तान अजिंक्य रहाणे (4) क्रीज पर जरा भी देर नहीं जम पाए। उन्हें नाथन लियोन ने अपनी फिरकी में उलझाकर मैथ्यू वेड के हाथों कैच आउट करा दिया। इसके बाद पुजारा और पंत की जोड़ी ने मोर्चा संभाला। पंत ने आक्रामक रुख अपनाया और अपना अर्धशतक पूरा किया।
पंत और पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 148 रन की उम्दा साझेदारी की। पंत अपने शतक से महज तीन रन दूर रहे। उन्होंने नाथन लियोन की गेंद पर कमिंस को कैच थमा दिया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 118 गेंदों में 12 चौके और तीन छक्के की मदद से 97 रन बनाए। इसके बाद जोश हेजलवुड ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की जोरदार वापसी कराई। उन्होंने पुजारा को क्लीन बोल्ड कर दिया। पुजारा ने 205 गेंदों में 12 चौके की मदद से 77 रन बनाए।
यहां से रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी ने मैच ड्रॉ कराने की जिम्मेदारी उठाई। विहारी ने हैमस्ट्रिंग में चोट लगने के बावजूद खेलना जारी रखा। मैच खत्म होने में जब 10 ओवर बचे थे, तब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पेन ने स्टार्क की गेंद पर विहारी का कैच टपका दिया था। हालांकि, विहारी-अश्विन ने पूरे समय संयम के साथ खेला और कोई जोखिम नहीं उठाया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नाथन लियोन और जोश हेजलवुड को दो-दो विकेट मिले। पैट कमिंस के खाते में एक सफलता आई।
इससे पहले 407 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को रोहित शर्मा (51) और शुभमन गिल (31) ने 71 रन की साझेदारी करके दमदार शुरूआत दिलाई। दोनों ने इस बीच कई आकर्षक शॉट्स खेले। जोश हेजलवुड ने गिल का कैच पेन के हाथों कराकर भारत को पहला झटका दिया। इसके बाद रोहित शर्मा ने अपना अर्धशतक पूरा किया। पैट कमिंस ने शर्मा को स्टार्क के हाथों कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया को दूसरी सफलता दिलाई। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 98 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाए।
खास-खास
टीम इंडिया के रवींद्र जडेजा और रिषभ पंत पहली पारी में चोटिल हुए थे। फिर हनुमा विहारी को दूसरी पारी में हैमस्ट्रिंग में चोट लगी। रविचंद्रन अश्विन के शरीर पर कई गेंदें लगी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने किला लड़ाया और जाबांजी दिखाई।
दोनों टीमें
ऑस्ट्रेलिया - डेविड वॉर्नर, विल पुकोव्स्की, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, मैथ्यू वेड, कैमरून ग्रीन, टिम पेन (कप्तान और विकेटकीपर), पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड।
भारत - रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (कप्तान), हनुमा विहारी, रिषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह।