- एबी डिविलियर्स ने कोहली-स्मिथ की तुलना टेनिस दिग्गजों से की
- डिविलियर्स ने बताया कि कोहली के रूप में उन्हें बहुत अच्छा दोस्त मिला
- डिविलियर्स ने कहा कि लक्ष्य का पीछा करने के मामले में सचिन से बेहतर हैं विराट
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स का मानना है कि विराट कोहली की नैसर्गिक प्रतिभा उन्हें क्रिकेट का रोजर फेडरर बनाती है जबकि स्टीव स्मिथ की मानसिक मजबूती राफेल नडाल से मेल खाती है। जिंबाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पोमी मबांग्वा के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत के दौरान डिविलियर्स ने इन दो बल्लेबाजों को लेकर बात की जो अभी क्रिकेट में सबसे अधिक दर्शकों को स्टेडियम तक खींचने की क्षमता रखते हैं।
डिविलियर्स ने 'स्पोर्ट्स हरिकेन' पर बातचीत के दौरान कहा, 'यह मुश्किल है लेकिन विराट निश्चित तौर पर अधिक नैसर्गिक खिलाड़ी है। इसमें कोई संदेह नहीं। टेनिस के संदर्भ में कहूं तो वह (रोजर) फेडरर की तरह है जबकि स्मिथ (राफेल) नडाल की तरह है। स्मिथ मानसिक तौर पर बेहद मजबूत है और वह रन बनाने के तरीके पता करता है। वह नैसर्गिक खिलाड़ी नहीं लगता लेकिन वह क्रीज पर नये कीर्तिमान गढ़ रहा है।'
सचिन तेंदुलकर हमारे आदर्श: एबीडी
डिविलियर्स ने कहा, 'मैंने जितने भी खिलाड़ियों को देखा है उनमें से मेरा मानना है कि स्मिथ मानसिक रूप से सबसे मजबूत है। विराट ने भी दुनिया भर के मैदानों पर रन बनाये हैं और दबाव में मैच जीते हैं।' डिविलियर्स का इसके साथ ही मानना है कि कोहली लक्ष्य का पीछा करने के मामले में सचिन तेंदुलकर से थोड़ा बेहतर है। उन्होंने कहा, 'सचिन हम दोनों (डिविलियर्स और कोहली) के लिये आदर्श रहा है। अपने जमाने में उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल की, उन्होंने वह सब कुछ किया जो हर किसी के लिये के शानदार उदाहरण है। और मुझे लगता है कि विराट भी यह कहेंगे कि उन्होंने हमारे लिये मानदंड तय किये हैं।'
विराट एक अच्छा दोस्त
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ने कहा, 'लेकिन मेरी निजी राय है कि लक्ष्य का पीछा करते हुए मैंने जितने बल्लेबाजों को देखा उनमें विराट सर्वश्रेष्ठ है। सचिन सभी प्रारूपों और हर तरह की परिस्थितयों में लाजवाब था, लेकिन लक्ष्य का पीछा करने के मामले में विराट का जवाब नहीं है।' दुनिया जानती है कि कोहली बेहतरीन क्रिकेटर है, लेकिन डिविलियर्स के लिये वह एक अच्छा दोस्त है जिनके क्रिकेट से इतर भी रुचियां हैं।
डिविलियर्स ने कहा, 'वह सिर्फ एक क्रिकेट खिलाड़ी तक ही सीमित नहीं है। मेरा मानना है कि अधिकतर खिलाड़ियों को कुछ समय बाद यह अहसास होता है कि क्रिकेट से इतर भी जिंदगी है। विराट शुरू से ही सोचने वाला क्रिकेटर रहा है। वह कई चीजों से प्रयोग करता है। वह जिम में नयी चीजों को आजमाना पसंद करता है। वह जिंदगी से लेकर विभिन्न धर्मों के बारे में सोचता है। हम हर विषय पर बात करते हैं।'