- बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान किया
- पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा ने वनडे क्रिकेट के भविष्य पर उठाए सवाल
- क्या टेस्ट क्रिकेट की तुलना में वनडे क्रिकेट का भविष्य अधर में है?
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान और पिछले वनडे विश्व कप में हीरो की भूमिका निभाने वाले बेन स्टोक्स ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया तो एक बार फिर क्रिकेट के एक प्रारूप के भविष्य पर बहस छिड़ गई है। ताजा बयान पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा की तरफ से आया है जिनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट नहीं, बल्कि अब वनडे क्रिकेट का भविष्य अधर में नजर आता है।
जल्द ही इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का आगाज होने जा रहा है, जिसके बाद बेन स्टोक्स वनडे क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। एक और महान क्रिकेटर अब 50 ओवर प्रारूप में दिखाई नहीं देगा जो इस प्रारूप के लिए भारी क्षति है। ईसीबी ने स्टोक्स के संन्यास को लेकर कहा कि, स्टोक्स ने 104 वनडे मैच खेले हैं और अपने वनडे अंतरराष्ट्रीय करियर को घरेलू मैदान पर समाप्त करने वाले हैं।
वनडे क्रिकेट के भविष्य को लेकर अनिश्चितता पर प्रज्ञान ओझा ने कहा, "हम टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर चिंतित थे, लेकिन वनडे का भविष्य अनिश्चित दिख रहा है। भविष्य में हम कई क्रिकेटरों को इस प्रारूप से रिटायर होते हुए देखेंगे।"
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स्टोक्स की बात करें तो इस 31 वर्षीय इंग्लिश ऑलराउंडर के वनडे करियर को लॉर्डस में 2019 आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप फाइनल में उनके प्लेयर-ऑफ-द-मैच प्रदर्शन के लिए हमेशा याद किया जाएगा। बेन स्टोक्स को हाल ही इंग्लैंड टेस्ट टीम की खराब स्थिति और जो रूट के कप्तानी पद से इस्तीफा देने के बाद नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया था। जिसके बाद स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड ने लय में वापसी करते हुए पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती और फिर भारत के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट जीता।