- पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप इस साल सितंबर में पाकिस्तान की मेजबानी में होना था एशिया कप का आयोजन
- टी20 विश्व कप के मद्देनजर ट्वेंटी-ट्वेंटी फॉर्मेट में होना था इस टूर्नामेंट का आयोजन
- कोराना संक्रमण के मद्दनेजर पीसीबी ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के साथ कर ली थी मेजबानी की अदला बदली
नई दिल्ली: बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बुधवार को कोविड-19 महामारी के कारण एशिया कप टी-20 के रद्द होने की घोषणा की जिसका आयोजन सितंबर में किया जाना था। पाकिस्तान के पास छह टीमों के महाद्वीपीय टूर्नामेंट के मेजबानी अधिकार थे लेकिन कोविड-19 महामारी से उत्पन्न हुए हालात को देखते हुए पीसीबी बोर्ड ने इसे श्रीलंका से बदलने का फैसला किया था।
गांगुली ने इस्ंटाग्राम लाइव सत्र में 'स्पोर्ट्स तक' से कहा, 'एशिया कप रद्द हो चुका है, जो सितंबर में था।' पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पुष्टि की कि उन्होंने 2022 में टूर्नामेंट की मेजबानी पर सहमति जतायी है और इस साल के चरण के रद्द होने के बाद श्रीलंका अब अगले साल इसकी मेजबानी करेगा।
पाकिस्तान ने श्रीलंका से की थी मेजबानी की अदला बदली
पीसीबी प्रमुख एहसान मनी ने कहा कि महामारी की खराब स्थिति के कारण यह फैसला किया गया। इस अनुभवी प्रशासक ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) इसे अगले साल आयोजित करना चाहती है। इस साल इसकी मेजबानी करना काफी खतरनाक है। हमने इस साल श्रीलंका से इस टूर्नामेंट की अदला बदली की थी क्योंकि यह दक्षिण एशिया में इस वायरस से सबसे कम प्रभावित देशों में से एक है।'
पीसीबी ने कहा स्थगन में नहीं है कोई राजनीति
मनी ने कहा कि स्थगन के पीछे कोई राजनीति नहीं है और यह फैसला पूर्ण रूप से सुरक्षा हालात को देखते हुए किया गया है। उन्होंने कहा, 'हमें पहले इसकी मेजबानी करनी थी लेकिन जब मैंने संयुक्त अरब अमीरात, पाकिस्तान और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में कोविड हालात देखे तो श्रीलंका के इस टूर्नामेंट के आयोजन की संभावना थी।'
मनी ने कहा, 'इसलिये श्रीलंका क्रिकेट और पीसीबी ने इस पर चर्चा की, हमने एसीसी को इसके अदला बदली का प्रस्ताव रखा और बोर्ड ने इसे मंजूर कर लिया। इसमें कोई राजनीति नहीं है, यह क्रिकेट को सुरक्षित रखने के लिहाज से किया गया, और कुछ नहीं।'
विश्व कप के आयोजन पर भी लटक रही है तलवार
कोविड-19 महामारी के चलते अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप का आयोजन भी असंभव लग रहा है और एशिया कप के रद्द होने से बीसीसीआई को इसी विंडो में पूर्ण आईपीएल कराने का समय मिल सकता है। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने पिछले महीने इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के आयोजन के लिये मुलाकात की थी लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया था।
भारत में कब शुरू होगा क्रिकेट
भारत में अभी तक कोरोना वायरस से 7.5 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और देश इनकी संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर है। इसी शो में गांगुली से पूछा गया कि भारतीय टीम कब खेलती हुई नजर आयेगी तो उन्होंने कहा, 'अभी यह कहना मुश्किल है क्योंकि कोई भी नहीं जानता कि वायरस के हालात कब सुधरेंगे। हमारी तैयारियां चल रही हैं लेकिन हम इन्हें सिर्फ मैदान पर ही लागू कर सकते हैं। स्टेडियम खुले हैं लेकिन खिलाड़ी ट्रेनिंग के लिये वहां नहीं जा रहे हैं क्योंकि संक्रमित होने का खतरा बहुत ज्यादा है।'
स्थितियों पर है बीसीसीआई की नजर
विराट कोहली की अगुआई वाली टीम अंतिम मैच मार्च में खेली थी। उन्होंने कहा, 'इसलिये हालात सुधरने पर ही हम शुरुआत कर सकते हैं और हम जल्दबाजी में भी नहीं हैं। खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। जब पांच-छह महीने से क्रिकेट नहीं हो रहा है तो यह काफी मुश्किल है लेकिन यह एक संकट है। बहाली का कोई लक्ष्य नहीं है, हम दिन प्रतिदिन के हालात देख रहे हैं।'
आईपीएल के लिए विंडो मिलना है अहम
आईपीएल के बारे में बात करते हुए पूर्व कप्तान ने कहा, 'मैं आईपीएल के बारे में भी नहीं जानता, विंडो मिलना सबसे अहम है।' उन्होंने कहा, 'टी20 विश्व कप भी है, आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) इसे आयोजित करने की कोशिश कर रही है क्योंकि यह उनके लिये काफी राजस्व जुटाता है। जब तक हमें आईसीसी से स्पष्ट निर्देश नहीं मिल जाते, हम आईपीएल के बारे में कुछ नहीं कह सकते।'
गांगुली ने कहा कि अगर ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप रद्द हो जाता है तो बीसीसीआई आईपीएल आयोजित करने में अपनी पूरी ऊर्जा लगा देगा। अगर लीग नहीं होती तो बीसीसीआई को 4000 करोड़ रूपये के करीब नुकसान होगा। उन्होंने कहा, 'यह भारत के लिये बहुत महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। हमारा लक्ष्य भारत में चार-पांच स्थलों पर इसका आयोजन करना है। अगर नहीं तो विदेशों में कराने का भी एक विकल्प है।'