- एशिया कप 2020 को किया गया रद्द
- बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने किया ऐलान, दी सूचना
- मेजबान देश को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी
नई दिल्लीः बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बुधवार को एशिया कप के रद्द होने की घोषणा की जिसका आयोजन सितंबर में किया जाना था। पाकिस्तान के पास छह टीमों के महाद्वीपीय टूर्नामेंट के मेजबानी अधिकार थे लेकिन उम्मीद थी कि इसका आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में किया जायेगा। गांगुली ने इस्ंटाग्राम लाइव सत्र में ‘स्पोर्ट्स तक’ से कहा, ‘‘एशिया कप रद्द हो चुका है, जो सितंबर में था।’’
पूर्व भारतीय कप्तान ने हालांकि टूर्नामेंट के रद्द होने का कारण नहीं बताया लेकिन कोरोना वायरस के बीच इसके आयोजन पर अनिश्चितता के बादल छाये हुए थे। कोविड-19 महामारी के चलते अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप का आयोजन भी असंभव लग रहा है और एशिया कप के रद्द होने से बीसीसीआई को इसी विंडो में पूर्ण आईपीएल कराने का समय मिल सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टूर्नामेंट के रद्द होने के संबंध में अभी तक कोई भी घोषणा नहीं की है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दी थी धमकी
पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने पहले कहा था कि लुभावने आईपीएल टूर्नामेंट को आयोजित कराने के लिये एशिया कप की तारीखों में किसी भी तरह के बदलाव का वे विरोध करेंगे। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने पिछले महीने इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के आयोजन के लिये मुलाकात की थी लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया था।
भारत में अभी तक कोरोना वायरस से 7.5 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और देश इनकी संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर है।
भारतीय टीम कब मैदान पर उतरेगी?
इसी शो में गांगुली से पूछा गया कि भारतीय टीम कब खेलती हुई नजर आयेगी तो उन्होंने कहा, ‘‘अभी यह कहना मुश्किल है क्योंकि कोई भी नहीं जानता कि वायरस के हालात कब सुधरेंगे। हमारी तैयारियां चल रही हैं लेकिन हम इन्हें सिर्फ मैदान पर ही लागू कर सकते हैं। स्टेडियम खुले हैं लेकिन खिलाड़ी ट्रेनिंग के लिये वहां नहीं जा रहे हैं क्योंकि संक्रमित होने का खतरा बहुत ज्यादा है। ’’ विराट कोहली की अगुआई वाली टीम अंतिम मैच मार्च में खेली थी।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये हालात सुधरने पर ही हम शुरूआत कर सकते हैं और हम जल्दबाजी में भी नहीं हैं। खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। जब पांच-छह महीने से क्रिकेट नहीं हो रहा है तो यह काफी मुश्किल है लेकिन यह एक संकट है। बहाली का कोई लक्ष्य नहीं है, हम दिन प्रतिदिन के हालात देख रहे हैं।’’